मोटापे से संबंधित दवा से गुर्दे की पथरी का भी इलाज किया जा सकता है। चूहों पर किए गए प्रयोग में शोध कर्ता विशेषज्ञों ने बताया कि अभी इस दवा का परीक्षण चल रहा है। मगर प्रयोग के नतीजों से विशेषज्ञ उत्साहित हैं, क्योंकि इससे खतरे के कगार पर खड़े गुर्दे में पथरी के मरीजों को राहत मिलेगी।
नागोया सिटी यूनिवर्सिटी ग्रैजुएट स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज में यह प्रयोग किया गया है। प्रमुख शोधकर्ता तेराउकी सुगिनो ने बताया कि चूहों को 12 दिनों तक एक मिलीग्राम प्रति किलो बीटा3-अगोनिस्ट सीएल316243 दी। इसके बाद इनको ग्लाईऑक्सिलेट, जिससे गुर्दे में पथरी बनती है।
विशेषज्ञों ने बताया कि प्रयोग के दौरान समय-समय पर पथरी बनने के संदर्भ में इनका परीक्षण किया गया। शोधकर्ताओं ने देखा कि चूहों के गुर्दों में पथरी की आशंका 17 फीसदी तक कम हो गई थी। इस शोध को कोपेनहेगन स्थित यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ यूरोलॉजी कॉन्फ्रेंस में पेश किया गया है।
बीटा 3 एगोनिस्ट्स अत्यधिक मोटापे के शिकार लोगों में अधिक संख्या में पाई जाने वाली श्वेत वसा कोशिकाओं को बादामी कोशिकाओं में बदलते हैं। इसलिए इन्हें मोटाने को कम करने वाली दवाओं के लिए चिह्नित किया जाता है।