नूंह, सुरेन्द्र दुआः
Numberdars Did Not Get Honorarium for 7 Months: जिला मुख्यालय नूंह के नम्बरदारों को सरकार से मिलने वाला मानदेय नहीं मिल पा रहा है। नम्बरदारों की माने तो 7 माह से वह इससे वंचित हैं और साथ ही कहा कि वह तहसील, उप मण्डल व जिला प्रशासन तक इसकी कई बार फरियाद लगा चुके हैं। लेकिन कोरे आश्वासनों के सिवाए कुछ नहीं मिल पा रहा है।
सरकार से की पुनः विचार करने की फरियाद Numberdars Did Not Get Honorarium for 7 Months
दूसरी तरफ सरकार द्वारा 65 वर्ष आयु पूरी कर चुके नम्बरदारों की चिकित्सीय जांच कराने ,अनफिट को सेवामुक्त करने, इसके अलावा नम्बरदारी में सरबरा प्रथा भी खत्म करने की बात पर भी कडी आपत्ति जताते हुए सरकार को इस पर पुनः विचार करने की फरियाद की हैं। हांलाकि, जिला मुख्यालय के नम्बरदारों ने नूंह से विधायक व सीएलपी के उपनेता की गैर मौजूदगी में उनके अनुज को एक ज्ञापन भी भेज चुके हैं और उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी बात को सरकार तक हर हाल में पहुंचाया जाएगा।
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मानदेह को लेकर कई बार लगा चुके गुहार Numberdars Did Not Get Honorarium for 7 Months
गांव रेहना के नम्बरदार फकरूदीन, मोहम्मद हासिम चंदेनी, हसीन अहमद अलावलपुर, बगदल खोड बसई, राजपाल आटा, नरसिंह हिलालपुर, बिददल दिहाना, नौसाद आकेडा, इसराईल आकेडा, अकबर टाई, महेन्द्र सिंह संगेल आदि ने बताया कि नूंह के नम्बरदारों को सरकार से मिलने वाला 7 माह का मानदेय नहीं मिल सका है जबकि वह इसकी गुहार कई बार लगा चुके हैं।
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इस बारे में नूंह के नायब तहसीलदार आनंद रावल ने गुरूवार सांय कहा कि उनके यहां से जीवित नम्बरदारों की महज डिमांड ही भेजी जाती है और साथ ही कहा कि उप मण्डलाधीश कार्यालय के मार्फत ही मानदेय का वितरण किया जाता हैं। एक सवाल के जवाब में नम्बरदारों हटाने की बात पर वह पल्लू झाड गए।
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