(Nuh News) नूंह। जिला के नूंह,तावडू,नगीना, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, पिनगवा व ईण्डरी विकास खण्डों के अलावा ग्रामीण परिवेश में सावन के तीसरे सोमवार को शिवालयों में अराध्य की पूजा की गई। भक्तजन सुबह से ही मंदिरों की तरफ कूच करते हुए कतारबद्व अपने अराध्य की पूजा अर्चना कर रहे थे। नूंह के नल्हेश्वर, कैलाश, भूतेश्वर, राम मंदिर के अलाव तावडू के शिव-शनि पीठ डिढारा, शिव मंदिर जौरासी, नवग्रह शनि मंदिर भोगीपुर व फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर पर भक्तों का सैलाब उमड़ रहा था।
लोग पूजन सामग्री बेल पत्तर, पंचामृत, गंगाजल, फल, धूप आदि से बाबा का अभिषेक कर रहे थे। खासकर जिला के पौराणिक ऐतिहासिक महत्व के मंदिर नल्हेश्वर मंदि नूंह, झिर मंदिर फिरोजपुर झिरका व शिव मंदिर जौरासी(तावडू) में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था। इस मौके पर नल्हेश्वर मंदिर पर भण्डारे-प्रसाद का भी आयोजन किया गया। स्थानीय व बाहर से आये श्रद्वालूओं ने पूजा अर्चना कर प्रसाद ग्रहण किया।
नल्हेश्वर मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि सावन माह में सोमवार की विशेष महिमा है तथा भक्तजन व्रत आदि रखकर भी बाबा का गुणगान करते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय धर्म संस्कृति में सावन माह का विशेष महत्व है खासकर इसको ऋतुओं का राजा मना गया हैं और इस महीने सोमवार को व्रत रखने से भाले बाबा व माता पार्वति प्रसन्न होकर भक्तों की मुराद पूर्ण करती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि नल्हेश्वर मंदिर में हर सोमवार को कुछ युवा भण्डारे प्रसाद के अलावा सुन्दर आरती करके श्रद्वालूओं का मन मोह लेते हैं और आरती को सुनने दूर-दूर से आते हैं।