(Nuh News) नूंह। जिला के मंदिरों में सावन के चौथे सोमवार को भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था खासकर ऐतिहासिक महत्व के नल्हेश्वर मंदिर नूंह, झिर मंदिर फिरोजपुर झिरका व जौरासी(तावडू) आदि के अलावा अन्य मंदिरों में भी भक्तजन सुबह से ही कतारबद्व अपने अराध्य की पूजा अर्चना कर रहे थे। भक्तजन पूजन सामग्री बेल पत्तर, पंचामृत, गंगाजल, फल, धूप आदि से बाबा का अभिषेक कर अपने अराध्य की महिमा का गुणगान कर रहे थे। बाबा के जयघोष नारों से जिला शिवमय बना हुआ था। इस मौके पर नल्हेश्वर मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में भण्डारे-प्रसाद का भी आयोजन किया गया।
सावन माह में सोमवार की विशेष महिमा है तथा भक्तजन व्रत आदि रखकर भी बाबा का गुणगान करते हैं
शिवद्वेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित सतीश मिश्रा ने बताया कि सावन माह में सोमवार की विशेष महिमा है तथा भक्तजन व्रत आदि रखकर भी बाबा का गुणगान करते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय धर्म संस्कृति में सावन माह का विशेष महत्व है खासकर इसको ऋतुओं का राजा मना गया हैं और इस महीने सोमवार को व्रत रखने से भाले बाबा व माता पार्वति प्रसन्न होकर भक्तों की मुराद पूर्ण करती है। उधर दूसरी तरफ,प्राचीन देवी भवन मंदिर जटवाडा मोहल्ला तावडू में बीती रात सावन माह की सप्तमी के मौके पर मॉ भगवती के हुए जागरण में माता की सुन्दर-सुन्दर भेंटों से मॉ का गुणगान किया। भीनी-भीनी बारिश के चलते श्रोतागण थिरकते नजर आए। आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। मंदिर के पुजारी पंडित विनोद शर्मा पराशर ने बताया कि हर माह की तर्ज पर बीती रात भी सप्तमी के मौके पर मॉ भगवती के हुए जागरण में कलाकारों द्वारा गायी गई मॉ भगवती की सुन्दर-सुन्दर भेंटों के जरिये माता का गुणगान किया।