(Nuh News) जिला का दिल कहलाने वाले उप मण्डल स्तर के छोटे शहर तावडू की नई अनाज मंडी में अस्थाई तौर से करीब अढाई दशक से चल रही सब्जी मंडी शासन-प्रशासन की कथित उपेक्षा का दंश झेल रही हैं। मंडी में मूलभूत सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। मंडी में उपज ला रहे थोक-खुदरा दुकानदार व पटरी के दुकानदारों के अलावा खरीददार भी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
मंडी में मुख्य रास्ते व फड़ों पर जलभराव, जाम समस्या, पार्किंग आदि की बदइंतजामी आदि का समाधान न होने से अधिकांश थोक खुदरा दुकानदार समीपवर्ती नूंह, सोहना व भिवाडी(राजस्थान) आदि मंडियो में पलायन कर चुके हैं। किसान, मजदूरी, खरीददारों ने भी मंडी से किनारा सा कर लिया हैं। इससे सरकारी राजस्व को भी भारी चपत लग रही हैं। सब्जी मंडी के मार्किट फीस के आंकड़े इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं।
हैरत की बात देखने को यह मिल रही है कि मंडी प्रशासन ने अनाज मंडी के साथ लगती करीब 22 एकड़ भूमि को नई सब्जी मंडी के लिए मामुली मुआवजा राशि देकर किसानों की भूमि को अधिग्रहित कर ली। अधिग्रहित भूमि की सुरक्षा के लिए चारदीवारी व छोटे- बड़े प्लाटों की खुली बोली लगवाकर खरीददारों से करोड़ों रूपये की राशि भी वसूल की हैं। लेकिन नई सब्जी मंडी में अभी भी दुकानदारों को शिफ्ट कराने में मंडी प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ हैं।
सेवानिवृत एसडीओ राजपाल, पूर्व पार्षद बाबूलाल, नम्बरदार घासीराम, सुनील कुमार, लोकेश, वेदप्रकाश, गौतम, साजिद अली, हिमांशु व गुलशन आदि समेत आसपास क्षेत्र के किसानों, छोटे-बड़े दुकानदारों ने बताया कि तावडू की नई अनाज मंडी में अस्थाई तौर से करीब अढाई दशक से चल रही सब्जी मंडी शासन-प्रशासन की कथित उपेक्षा का दंश झेल रही हैं। मंडी में मूलभूत सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। मंडी में उपज ला रहे थोक-खुदरा दुकानदार व पटरी के दुकानदारों के अलावा खरीददार भी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
मंडी में मुख्य रास्ते व फड़ों पर जलभराव, जाम समस्या, पार्किंग आदि की बदइंतजामी आदि का समाधान न होने से अधिकांश थोक खुदरा दुकानदार समीपवर्ती नूंह, सोहना व भिवाडी(राजस्थान) आदि मंडियो में पलायन कर चुके हैं।
इस बारे में मार्किट कमेटी के सेक्टरी कम ईओ विरेन्द्र सिंह ने माना कि नई अनाज मंडी तावडू परिसर में अस्थाई तौर से चल रही सब्जी मंडी को नई मंडी में स्थानांतरण के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा हुआ हैं और साथ ही कहा कि अनुमति मिलने से योजना को मूर्तरूप दे दिया जायेगा।