Nuh News : आदर्श आचार संहिता का बहाना लगाकर कामकाज को लेकर चक्कर कटवाया जा रहा

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Under the pretext of Model Code of Conduct, work is being delayed
नूंह स्थित लघु सचिवालय में आवारा कुत्ते आराम फरमाते हुए

(Nuh News) नूंह। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ-साथ आदर्श आचार संहिता भी लगी हुई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी कम उपायुक्त लगी आदर्श आचार संहिता पर पूरी तरह से फोकस कर रहे हैं, अधिकारियों- कर्मचारियों के संग बैठकों के जरिये उचित दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं।उधर, दूसरी ओर विधानसभा चुनाव की तिथियां तय होने व आदर्श आचार संहिता लग जाने से जिला के आदतन कथिततौर से काम के प्रति लापरवाह अधिकारी व उनके कर्मचारी खासकर अनुबंधित, कौशल रोजगार कर्मचारी नियमों का जमकर मखौड़ उड़ा रहे हैं।

लोगों का आरोप है कि जब भी वह सरकारी कार्यालयों में अपने काम कराने के लिए जाते हैं तो अधिकारी सीट से गायब ही मिलते हैं यदि कोई कार्यालय में मिल भी जाये तो वह सीधा छोटे अधिकारी के पास भेज देते हैं और वहां बैठे अधिकारी-कर्मचारियों के पास केवल एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है कि चुनाव हैं आदर्श आचार संहिता लग गई हैं चुनाव के बाद ही कोई कामकाज हो पायेंगे या फिर साईट नहीं चलने की बात कहकर टाल देते हैं।

अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व सामाजिक नेता हाजी काले खान, सदस्य राजेन्द्र शर्मा, पप्पू उर्फ असगर, पृथ्वी प्रधान, मोहम्मद इलियास आदि ने बताया कि विधानसभा चुनाव की तिथियां तय होने व आदर्श आचार संहिता लग जाने से जिला के आदतन कथिततौर से काम के प्रति लापरवाह अधिकारी व उनके कर्मचारी खासकर अनुबंधित, कौशल रोजगार कर्मचारी नियमों का जमकर मखौड़ उड़ा रहे हैं।

लोगों का आरोप है कि जब भी वह सरकारी कार्यालयों में अपने काम कराने के लिए जाते हैं तो अधिकारी सीट से गायब ही मिलते हैं 

लोगों का आरोप है कि जब भी वह सरकारी कार्यालयों में अपने काम कराने के लिए जाते हैं तो अधिकारी सीट से गायब ही मिलते हैं यदि कोई कार्यालय में मिल भी जाये तो वह सीधा छोटे अधिकारी के पास भेज देते हैं और वहां बैठे अधिकारी-कर्मचारियों के पास केवल एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है कि आचार संहिता के कारण काम नहीं हो पा रहे हैं या फिर अधिकारी बैठक में गये हैं तथा साईट नहीं चल रही है।

उधर, दूसरी तरफ लघु सचिवालय में आवारा कुत्तों का साम्राज्य हो गया हैं तथा कई सीढियों पर वह गैंग बनाकर लेटे रहते हैं जिससे कामकाज को आने वाले इनको देखकर डरे से दिखाई देते हैं।इस बारे में नूंह के उप मण्डलाधीश से सम्पर्क करने पर बताया गया कि अवकाश की वजह से कार्यालय में कोई भी अधिकारी-कर्मचारी मौजूद ना मिलने से उनका तर्क संगत नहीं किया जा सका हैं।