(Nuh News) नूंह। “सावन हरा न भादो सूखा” वाली कहावत जग जाहिर हैं। इस बार सावन माह में रूठे इन्द्रदेवता को मनाने के लिए लोगों द्वारा सामुहिक प्रार्थनाएं, लंगर, प्रसाद, जकात आदि की शुरू की गई पहल के बाद भी बदरा नहीं बरसे थे। लेकिन भादो माह की शुरूआत के दिनों में रूठे इन्द्रदेव बरसना शुरू हो गए और प्राचीन चली आ रही कहावत को भी चरितार्थ कर दिया। इन्द्रदेवता की मेहरबानी से। भादो मास में पडऩे वाले सभी प्राचीन तीज त्योहारों के मौके पर भी बारिश ने अनूठी मिसाल कायम की हैं खासकर श्री कृष्ण जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, हर तालिका तीज व तीन दिन बाद पडऩे वाले राधा अष्टमी पर्व के मौके पर भी इन्द्र देवता की मेहरबानी होने के कयास लगाये जा रहे हैं।
उधर, दूसरी तरफ जिला में भादो मास में लगातार हो रही झमाझम बारिश की मेहरबानी से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। गली-मोहल्लों, सडकों व खेतों आदि में जलभराव समस्या इन दिनों जिलावासियों के लिए मुसीबत बनी हैं। विधानसभा चुनाव का बिगुल बज जाने से अधिकारी समस्या समाधान की बजाये चुनावी प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं और जलभराव समस्या हर किसी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं।
तावडू क्षेत्रवासी चौ0 शिवदत, प्रीत सिंह, हुकम सिंह, छोटू, खुर्शीद, दलीप सिंह, सरदार सिंह, महावीर, गिर्राज, बलबीर सिंह, कुलदीप सिंह, बाबूलाल, श्यामलाल, पप्पू उर्फ असगर खान के अलावा नूंहवासी सुरेन्द्र जैन, गुलशन जैन, साहिल खेडा, गोपाल बंसल, सुमित बंसल, संजय गुलाटी, माटा, साकिब आदि ने बताया कि इस बार सावन की जगह भादो माह में हो रही बारिश ने सभी को प्रभावित कर दिया हैं।
जगह- जगह हो रहे जलभराव के अलावा खरीफ की फसलों पर बरसात का पूरा असर से जन जीवन प्रभावित है। खासकर खेत-खलिहान का जहां काम बाधित हो रहा है तो वहीं, बाजारों मे ंभी बुरा हाल हैं। उन्होने बताया कि इस बार इन्द्रदेवता सावन की बजाये भादो माह में मेहरबानी हुए हैइस बारे में खण्ड कृषि अधिकारी श्याम सुन्दर ने आज बताया कि रविवार को हुई बारिश के आंकडों के तहत सर्वाधिक नूंह में 95 एमएम, तावडू में 26 एमएम, पुन्हाना में 16 एमएम, फिरोजपुर झिरका में 22 एमएम व नगीना में 35 एमएम दर्ज की गई है। उन्होंने भी माना कि इस बार सावन माह की बजाये भादो माह में बरसात अधिक हुई है।