(Nuh News) नूंह। सूबे में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की बार-बार तिथि बदलाव से सियासी गलियारों में एक बार फिर चर्चा जंग शुरू हो गई हैं। अब नए मुख्यमंत्री व उनके मंत्री मण्डल में शामिल का शपथ ग्रहण समारोह 15 की बजाये 17 अक्तुबर को होगा। तीसरी बार तिथि का बदलाव होने की बात जग जाहिर हैं। हांलाकि, तिथि में बदलाव क्यों हो रहा हैं इस बाबत तो कोई जुबान खोलने के लिए तैयार नहीं हो पा रहा हैं।
इससे पूर्व 12 अक्तुबर (विजय दशमी) के पावन अवसर पर तारीख के हुए खुलासे के बाद कईयों ने इस पर आतिशबाजी फोडक़र व जश्न मनाकर खुशी का इजहार किया था, पंचकुला में होने जा रहे शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम को लेकर डीसी पंचकुला डा0 यश गर्ग द्वारा एक जिला स्तरीय कमेटी गठित कर तैयारियों का जायजा भी लिया हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यस्तता के चलते तिथि में उलटफेर हुआ है। सूबे में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की दिल्ली दरबार में बार-बार हाजिरी व इस बीच मंत्री मण्डल गठन को लेकर चर्चा के दौरान बनाई जा रही सूचियों में बार-बार बदलाव के अपुष्ट संकेत मिल रहे हैं।
नए मुख्यमंत्री के शपथ गहण समारोह में सूबे के नवागत किस विधायक के सिर पर ताज सजेगा यह बात तो अभी भविष्य के गर्भ में है। लेकिन साईबर जिला गुरूग्राम से चुने गये सभी 4 विधायकों को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इसकी प्रमुख वजह यह भी मानी जा रही है कि साइबर जिला गुरूग्राम से वर्ष 2005 में अलग बने जिला नूंह(मेवात) की राजनीति को भी देखा जा रहा हैं।
बेशक 2014 से लेकर अब तक मेवात से भाजपा का कोई विधायक चण्डीगढ नहीं पहुंचा हैं जबकि सोहना-तावडू से लगातार तीसरी बार भाजपा के विधायक चण्डीगढ पहुंचे हैं खासकर 2024 के चुनाव में हॉट सीट से सोहना-तावडू से तेजपाल तंवर ने कड़े मुकाबले के बीच विजय प्राप्त की और उनकी कामकाज,पार्टी संगठन के प्रति कार्यशैली, निष्ठा, समर्पण भावना आदि को देखकर व 2014 में विधायक कार्यकाल के अनुभव को देखकर हो रही चर्चाएं जमकर सुर्खियां बटोर रही हैं। खासकर लोगों की बैठको व हुक्कों की गुडग़ुड़ाहट आदि पर लोग इस मुददे पर आपस में विचार सांझा कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : Ambala News :अच्छाई की बुराई का प्रतीक विजया दशमी को आज हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
यह भी पढ़ें : New Delhi : जीती हुई बाजी को यूं छीना जबड़े से