(Nuh News) नूंह। जिला में लम्बा अरसा बाद भादो मास में हो रही सावन जैसी बारिश ने लोगों को बेशक राहत दी हैं। बारिश से खरीफ फसलों की बंपर पैदावार कि साथ-साथ रबी फसलों की बिजाई की भी उम्मीद के आसार बन गए हैं। लेकिन जिला में जलभराव व बिजली की लचर व्यवस्था के साथ-साथ अघोषित कटों ने लोगों को रूला रखा हैं।
हैरत की बात यह देखने को मिल रही है कि चुने गए जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी स्वंयसेवी संस्थाओं से जुडे प्रमुख लोगों, किसान संगठन व जागरूक समाज आदि द्वारा समस्या समाधान के लिए बार-बार उठाई जा रही आवाज स्थानीय व चण्डीगढ में बैठे अधिकारियों के कान तक नहीं पहुंच पा रही है। इससे यह समस्या जिला में विकराल रूप धारण किये हुए हैं। चुनावी सीजन में सरकार को इस बात का खामियाजा भुगतने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता हैं।
जिला का आज का वायु सुचकांक घट कर मात्र 84 दर्ज किया है
उधर, जिला के छोटे शहर, कस्बा व बडे गांवों के उपभोक्ता इस व्यवस्था से अधिक खफा हैं। कुटीर उद्योगो के अलावा दवा,होटल, रेस्टोरेंट, आईसक्रीम डीलर, दूध,घी, दही, खोया, पनीर के अलावा शीतल पेय के खुदरा व थोक विक्रेताओं पर इसकी अधिक मार पड़ रही हैं। उधर, दूसरी तरफ बारिश से पूर्व जिला नूंह(मेवात) की गणना भी प्रदुषित जिले के तौर पर होनी शुरू हो गई थी लेकिन भादो मास की शुरूआत से हो रही बारिश ने जिलावासियों को गर्मी के साथ-साथ प्रदुषण से भी राहत दी हैं। जिला के मांडीखेडा स्थित वायु सूचकांक मापक यंत्र के आंकडों पर यदि नजर दोड़ाई जाये तो यह एनएक्यूएस सीमा को कम रखने में कामयाब रहा है। जिला का आज का वायु सुचकांक घट कर मात्र 84 दर्ज किया है।
प्रभू दयाल, मदनलाल, पाली, कंवलनैन, सुरेन्द्र जैन, ओमसिंह, गुलशन जैन, सुभाष, राही चौधरी, भूषण मदान, अनिल कुमार, राजीव, विनयपाल, सुखबीर राणा, छोटेलाल, मुकेश, इरफान, जुनेद,जाकिर, उसमान, खुर्शीद व पप्पू आदि ने बताया कि जिला में लम्बा अरसा बाद भादो मास में हो रही सावन जैसी बारिश ने लोगों को बेशक राहत दी हैं। बारिश से खरीफ फसलों की बंपर पैदावार कि साथ-साथ रबी फसलों की बिजाई की भी उम्मीद के आसार बन गए हैं।
इस बारे में उप मण्डल कृषि अधिकारी डा0 अजीत सिंह ने कहा कि जिला में लगातार हो रही बारिश से किसान वर्ग खुश हैं। उन्होंने बताया कि बारिश से खरीफ की बोई फसलों के साथ-साथ रबी फसलों की तैयारी के लिए भी यह वरदान साबित हुई है।