(Nuh News) नूंह। नूंह की पुरानी अनाज मंडी के दोनों तरफ बने प्राचीन द्धार जर्जर होने पर हादसों का न्यौता दे रहे हैं। यहां प्राचीन काल में कभी दरवाजे लगे हुआ करते थे लेकिन अब दरवाजे की बजाये उनके तोरन द्वार ही रह गए हैं जो चूने व पत्थरों से बने हुए हैं लेकिन रख रखाव के अभाव में यह जर्जर होकर गिरने लगे हैं। हाल ही में रेवाडी के भाडावास में ऐसा ही पत्थरों का दरवाजा गिरने से एक अधैड़ व्यक्ति की मौत हो गई थी लेकिन प्रशासन ने इससे भी सबक नहीं लिया है। दुकानदार मनोज रामस्वरूप मिष्ठान भण्डार, जतिन, राजकुमार , मोनू माथुर, हुकम सक्सैना, सचिन बर्तन भण्डार, मोंचू, नानकचंद, रामकिशन माथुर, संजय गर्ग, निखिल गुप्ता आदि ने बताया कि यह दरवाजे बाजार के दोनों ओर बने हैं जो अब जर्जर होने से हादसा को न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गत दिन दरवाजे से पत्थर-चूना दरक कर गिर गये थे जिससे भी हादसा टल गया था लेकिन इसकी तरफ प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो यहां बडा हादसा हो सकता हैं। उन्होंने बताया कि वार्ड पार्षद, नप अध्यक्ष के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया जा चुका हैं लेकिन वह भी कोई हादसा का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा जिला के फिरोजपुर झिरका समेत जिला के अन्य जगहों पर बने दरवाजे, दीवार व भवन आदि जर्जर होने पर हादसों को न्यौता दे रहे हैं। इस बारे में नूंह नगर परिषद के ईओ, सचिव से बात करने पर बताया गया कि अवकाश के कारण कार्यालय में आज कोई नही आ सके हैं इस लिए उनका तर्क संगत नहीं किया जा सका।