(Nuh News) नूंह। हरियाणा विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ आदर्श आचार संहिता भी लगी हुई हैं। सभी राजनीतिक दलों के दावेदारों व चुनावी रण में कूदे सभी उम्मीदवारों को आदर्श आचार संहिता की अनुपालना के साथ-साथ चुनाव आयोग द्वारा जारी हिदायत के तहत चुनाव लडऩे के जारी निर्देशों की दावेदार सरेआम मखौल उड़ा रहे हैं। खासकर आदर्श आचार संहिता के प्रति दावेदार के साथ-साथ प्रशासन भी बेपरवाह हैं। हांलाकि, प्रशासन की पहल पर चुनाव की घोषणा होने के बाद आदर्श आचार संहिता लगने के बाद बैनर, पोस्टर, दीवार पुताई, खम्बों पर लिखाई आदि अन्य प्रचार सामग्री को मिटाने व उतारने मे ंभारी भरकम बजट खर्च किया गया लेकिन इसके बावजूद चुनावी रणक्षेत्र में कूदे उम्मीदवार व उनके समर्थक पोस्टर, बैनर, बोर्ड व अन्य प्रचार सामग्री आदि को हाईमास्ट लाईट, खम्बे, बिजली- टेलिफोन के खम्बे, सार्वजनिक जगह, स्कूल, कॉलेज, चौपाल, धार्मिक स्थल आदि पर इसका इस्तेमाल कर अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में लगी आदर्श आचार संहिता की अनुपालना भूल बैठे हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका अधिक बोलबाला हैं। क्षेत्रवासियों ने निर्वाचन आयोग से नियमों का मखौल उडाने वाले दावेदारों व उनके समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उनसे इस पर आने वाले खर्चा को वसूल करने की मांग की हैं। इसी तरह, दुपहिया, तिपहिया, चौपहिया हल्के -भारी वाहन भी इस बात से अछूते नही हैं।
विधानसभा क्षेत्र के अलावा उप मण्डल, जिला व टिकट को लेकर दिल्ली,चण्डीगढ वाहनों के जरिये दौड़ धूप कर रहे वाहनों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। लोगों का आरोप है कि ऐसे वाहन सडक, गली-मोहल्लों व पार्किंग आदि में भी खड़े रहते हैं। जागरूक समाज द्वारा प्रशासन व चुनावी प्रक्रिया पूर्ण कराने में लगे अधिकारियों के बार-बार संज्ञान में मामला लाने के बावजूद कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है।
इस बारे में खण्ड एवं पंचायत अधिकारी से उनके मोबाईल पर बार-बार सम्पर्क करने से घण्टी दो दनदनाती रही लेकिन कोई जवाब ना मिलने से उनका तर्क संगत नहीं किया जा सका है।