(Nuh News) नूंह। सूबे में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने हैट्रिक लगाकर हरियाणा के इतिहास में एक रिकार्ड कायम कर देश-प्रदेशवासियों को भी चौंकाया हैं। नायब सिंह सैनी की बतौर मुख्यमंत्री दोबारा से ताजपोशी के साथ-साथ उनके कबीना में शामिल मंत्रियों को जातीय व अन्य समीकरण के आधार पर भागीदारी देकर लोगों को एक संदेश भी दिया हैं, लेकिन 2014 से लगातार सत्तासीन भाजपा को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह(मेवात)से कुछ नहीं मिला हैं। जबकि, 1 नवंबर 1966 को नए राज्य हरियाणा का गठन होने के बाद से 2014 तक रही सरकारों में मेवात की हमेंशा से भागीदारी रही हैं।
हांलाकि, सूबे में भाजपा के सत्तासीन होने के बाद से पार्टी, सरकार ने जिला नूंह (मेवात) में सियास जमीन तैयार करने के लिए विकास कार्यों व नौकरियों का भी पिटारा खोलकर पार्टी, सरकार के प्रति कथिततौर से फैली भ्रांति को दूर करने का भी किये गये हर संभव प्रयास भी नाकाम साबित हुए। 2024 के लोकसभा-विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को अन्य चुनाव से बुरे दौर से गुजरने की बात जग जाहिर हैं।
पार्टी, सरकार ने कई नामचीन परिवारों के सियासी लोगों को सरकार बनने के बाद से लाभ पद से नवाज रखा हैं और भाजपा की हैट्रिक लगने व जिला का कोरम पूरा करने के मकसद से पार्टी-सरकार इस दिशा में ऐसे चेहरे को ढूंढ रही हैं जिसे लाभ पद से नवाजा जा सके। जिला की आधी समझी जा रही सोहना-तावडू सीट से 2014 से लगातार भाजपा काबिज हैं और 2019 में भाजपा से विधायक बने कुंवर संजय सिंह नायब सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं और इसी कड़ी में जिला व सोहना-तावडू विधानसभा वासियों को उम्मीद जगी थी कि जिला नूंह(मेवात) से भले ही कोई विधायक नहीं मिल सका हैं, लेकिन 2014 के बाद 2024 में दूसरी बार विधायक बने तेजपाल तंवर को पार्टी संगठन व सरकार लाभ पद से नवाज सकती हैं लेकिन सरकार गठन के दौरान ऐसा नहीं हो सका है।
अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी सरकार जिला नूंह(मेवात) का कोरम पूरा करने के किसी दमदार व्यक्तित्व के धनी,शिक्षित की तलाश में लगी हैं। वह उसको अहम ओहदा देकर सम्मान से नवाजने की फिराक में हैं। जिला के सियासी गलियारों में इन दिनों इसकी चर्चा जंग व बहस का दौर थामें नहीं थम रहा हैं। उनके अनुसार किसकी लॉटरी खुलेगी, इसका लाभ पद पाने वाले व्यक्ति तक को अभी तक इस बात की भनक तक नहीं लग पा रही हैं। जबकि, जिला से पार्टी संगठन व सरकार से जुड़े लोग नायब सरकार की ताजपोशी के बाद से ही लॉबिंग कर लाभ पद का सहारा ढूंढ रहे हैं।
जिलावासियों खासकर पार्टी के गुजरे जमाने के आड़े समय के नेता व वर्करों का कहना है कि वर्ष 2014 से सत्तासीन भाजपा ने सूबे के मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह(मेवात) में सियासी जमीन तैयार करने के लिए विकास कार्यो, नौकरियों के साथ-साथ सरकार में लाभ पद देकर मेवातियों को जोडऩे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, क्षेत्रीय सांसद व केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह, भिवानी से लगातार तीन बार से सांसद व 2009 में जिला की आधी सीट समझी जाने वाली सोहना-तावडू से विधायक व सीपीएस रहे धर्मबीर सिंह व नायब सरकार में कबीना मंत्री राव नरबीर सिंह आदि ने मेवातियों को भाजपा से जोडऩे के साथ-साथ लोकसभा-विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में मत देने की भी अपील के लिए खूब जोर दिया था, लेकिन इन सबके प्रयास का मेवाती मतदाताओं पर दूर-दूर तक भी कोई असर नजर नही आया।
इन सब बातों के बावजूद पार्टी व सरकार अब भी मेवातियों का ख्याल रखने के लिए यहां से दमदार व्यक्ति को लाभ पद के लिए ढूंढ रही है।
यह भी पढ़ें: Mahendragarh News : गांव मोहनपुर में लगा निःशुल्क आयुर्वेदिक स्वास्थ्य जांच शिविर