(Nuh News) नूंह। सूबे के सर्वाधिक पिछड़े मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह(मेवात) की दीपावली पर्व से ही आबो हवा लगातार खराब हो रही है। राजस्थान सीमा पर बसे भिवाड़ी औद्योगिक नगरी की प्रदुषित हवा का असर भी जिलावासियों पर पड़ रहा है जिसके चलते दमा, श्वांस, दिल व मौसम जनित बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को खासी दिक्कत हो रही है। आतिशबाजी के धुंए के साथ-साथ लघु उद्योगों ने भी इसको बढावा दिया है। इससे दृश्यता कम होने के साथ-साथ आंखों में जलन के अलावा स्वस्थ जीवन शैली भी प्रभावित हो रही हैं।

हांलाकि, जिला के गांव मांडीखेडा में लगे वायु मापक यंत्र के मुताबिक जिला का वायु सूचकांक मात्र 102 एक्युआई ही देखने को मिल रहा है जबकि साथ लगते भिवाडी का 267 एक्युआई है। सुबह के समय स्मॉग भी छाया रहता हैं। जबकि, जिला में पराली जलाने के सरकारी तौर पर कोई मामला सामने नही आया।

राही चौधरी, कंवलनैन, भारत भूषण, शंकर, देवव्रत, विशाल सिंह, सुरेन्द्र सोनी, शिव चरण, सुरेन्द्र प्रजापति, देवेन्द्र, देवेन्द्र कुमार,कमल, इलियास, वजीर खान, सैकुल, खुर्शीद, समसू, रफीक, महमूद, मकसूद आदि ने बताया कि जिला नूंह(मेवात) की दीपावली पर्व से ही आबो हवा लगातार खराब हो रही है। राजस्थान सीमा पर बसे भिवाड़ी औद्योगिक नगरी की प्रदुषित हवा का असर भी जिलावासियों पर पड़ रहा है जिसके चलते दमा, श्वांस, दिल व मौसम जनित बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को खासी दिक्कत हो रही है। आतिशबाजी के धुंए के साथ-साथ लघु उद्योगों ने भी इसको बढावा दिया है।

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