नूंह: नायब सैनी सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किये जा रहे समाधान शिविर समस्याओं के समाधान में कारगर सिद्व हो रहे हैं। जिला मुख्यालय नूंह पर उपायुक्त व उप मण्डल पर उप मण्डलाधीश लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका निवारण कर रहे हैं। सूचना, जन सम्पर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग की पहल पर डीआईपीआरओ संजीव सैनी के नेतृत्व में 1 जुलाई से समाधान शिविर व सरकार की नीतियों तथा जनहितकारी कार्यक्रमों के प्रति जिलावासियों को जागरूक किया जा रहा हैं। जिलावासियों की माने तो जिला उपायुक्त व संबंधित उप मण्डलाधीश बेशक रोजाना कार्यदिवस पर समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों की सुनवाई कर उनका समाधान भी कर रहे हैं। लेकिन कई शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि सरकारी डयूटी के प्रति लापरवाह अधिकारी एवं उनके कर्मचारी, कौशल व ठेका कर्मियों को सरकार की जनहितैषी योजनाए कतई रास नहीं आ रही हैं। उनके अनुसार कई सरकारी विभागों में पब्लिक डीलिंग करने से अधिकारी-कर्मचारियों की कथिततौर से जेब में पैसे जाते हैं लेकिन सरकार के इन शिविरों की वजह से उनके पास कुछ नहीं आने से वह सरकार की इस योजना का लाभ देने की बजाये उनको फेल करने पर तुले हुए हैं। सबसे अधिक आरटीआई व सीएम विंडों में लापरवाही बरती जा रही है और इनकी जानकारी बहुत कम दी जाती है।
तावडू निवासियान चाटू सोनी उर्फ सुरेन्द्र पुत्र रामशरण, राजीव कुमार, राजेन्द्र कुमार पुत्रान स्वर्गीय रामोतार, भगतराम पुत्र स्व0 सुरजू, सतीश व अन्य पात्र विधुर के अलावा वृद्वावस्था पेंशन पात्रों का कहना है कि नायब सरकार के जिला व उप मण्डल मुख्यालय पर गत माह शुरू किये गये समाधान शिविर से उन्हें अच्छी खासी उम्मीद जगी थी, सरकार द्वारा शुरू की गई विधुर पेंशन पात्रों को मिल रहे धक्कों से निजात मिलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन समाधान शिविर में भी फरियाद लगाने के बावजूद आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका हैं। इसी तरह, वार्ड नं-13 तावडू निवासी आशा ने भी तावडू के उप मण्डलाधीश कम नपा प्रशासक को उनकी प्रोपट्री की देखभाल कर रहे एक व्यक्ति को नपा द्वारा फोन पर बुलावा आया कि वह कार्यालय पहुंचकर उपरोक्त प्रोपट्री को अपने नाम करवा सकते हैं लेकिन प्रोपट्री देख रेख करता के स्पष्ट इंकार व प्रोपट्री स्वामी को इसकी सूचना देने पर स्वामी ने उप मण्डलाधीश कम प्रशासक को शिकायत देकर दोषी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की फरियाद की, लेकिन समस्या समाधान की बजाये नपा प्रशासन ने पत्राचार के जरिये दोषी के बचाव में बाबुगिरि लेखन कार्य शुरू कर दिया हैं। जबकि, शिकायतकर्ता ने दावा कर कहा कि वह अब इस मामलें को लेकर कतई चुप रहने वाले नहीं हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी, जिला उपायुक्त व जिला लोक परिवाद की मासिक बैठक के अलावा सतर्कता राज्य चौकसी ब्योरो आदि के संज्ञान में भी अपनी शिकायत की आवाज बुलंद करेंगे। ऐसी ही शिकायत सामाजिक नेता कामरेड काले खान,वेदप्रकाश, पृथ्वी प्रधान, सुनील कुमार, आसीन, विनोद आदि ने भी दी हैं।
इस बारे में जिला उपायुक्त से सम्पर्क करने पर बताया गया कि अवकाश की वजह से कार्यालय में कोई मौजूद न रहने के अलावा उनके मोबाईल से भी सम्पर्क न हो पाने से उनका तर्क संगत नहीं किया जा सका हैं।