(Nuh News)नूंह। जिला में रविवार को ऋषि पंचमी पर्व मनाया गया। हर साल भादो मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी का पर्व मनाया जाता है, ऐसी मान्यताएं हैं कि इस दिन व्रत-उपासना करने से जाने-अनजाने में हुई गलतियों का प्रायश्चित किया जा सकता है, ऋषि पंचमी के दिन लोग सप्त ऋषियों की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के बाद अपने पापों को क्षमा करने की प्रार्थना करते हैं। पंडित विनोद शर्मा, सतीश मिश्रा, राजेश मिश्रा के अनुसार भारतीय धर्म संस्कृति में ऋषि पंचमी का विशेष महत्व है। इस दिन पुरूष-महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करते है। मान्यता है कि इस पूजा से मासिक धर्म के दौरान जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती । ऋषि पंचमी वह दिन है, जो भारत के सभी ऋषियों को समर्पित है। यह दिन सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। ऋषि पंचमी सात महान ऋषियों के सम्मान में मनाई जाती है। ऋषि पंचमी भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है।