(Nuh News) नूंह। जिला के उभरते उप मण्डल स्तर के छोटे शहर तावडू के बीचों बीच बेशकीमती भूमि पर बना 66 केवीए बिजली घर पर विगत दो रोज से आफत की बारिश पड़ी हैं बारिश से शहर व ग्रामीण इलाकों के अधिकांश फीडरों की बिजली व्यवस्था बुरी तरह से लडख़ड़ाई रही। जिससे शहर व ग्रामीण इलाकों का जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया। मंगलवार सुबह से ही बारिश के बाद गुल बिजली के कारण बिजली आधारित अधिकांश मोबाईल टावर, सरकारी कार्यालयों का कामकाज पेयजल, साईबर कैफे, सीएससी सेंटर, रेस्टोरेंट आदि के अलावा कोल्डड्रिंक व आईसक्रीम कारोबारियों पर त्योहारी सीजन की मार पड़ी हैं। बारिश- आंधी के बाद सब स्टेशन की बिजली गुल होना कोई नई बात नही हैं। शासन-प्रशासन को भी बार-बार स्थिति से अवगत कराया जा रहा हैं।
लोकसभा-विधानसभा चुनाव के दौरान भी उपभोक्ताओं द्वारा यह समस्या उठाई जा रही हैं लेकिन कोरे आश्वासनों के सिवाए कुछ नहीं मिल पा रहा हैं।दरअसल, मौजूदा तावडू का 66 केवीए पावर हाऊस घनी आबादी से घिर जाने व आबादी के लिहाज से बिजली की खपत बढ़ जाने से सब स्टेशन जहां ओवरलोड हैं। नए फीडर गुजारने के लिए जगह नहीं मिल पाने से गुजर रहे फीडरों से चार-चार फीडर निकाले जा रहे हैं। इससे अप्रिय घटना होने के साथ-साथ, अक्सर बिजली व्यवस्था भी लड़ खड़ाई रहती हैं। अखिल भारतीय जनसेवक समाज द्वारा भी विगत दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम एसडीएम तावडू संजीव कुमार की मार्फत 66 केवीए सब स्टेशन को ग्रामीणांचल में स्थापित करने व मौजूदा पावर हाऊस को तावडू शहर की व्यवस्था के लिए बनाने का ज्ञापन भी सौंपा गया था।
इसी तरह, संस्था ने डीएचबीवीएन के एजीएम ब्रहमप्रकाश को भी एक ज्ञापन सौंपा गया था, ताकि शहर व अन्य ग्रामीणवासियों को बिजली संबंधित दिक्कतों से निजात दिलाई जा सके। 2024 विधानसभा चुनाव का भी बिगुल बज चुका हैं लेकिन दावेदारों के संज्ञान में तावडू शहर व ग्रामीण इलाकेां की इस जटिल समस्या से समाधान कराने का मुददा भी उनके जन सम्पर्क अभियान में गायब सा ही दिखाई दे रहा हैं। जबकि, गांव कलवाडी(तावडू) की सरपंच रेखा यादव व सरपंच प्रतिनिधि भाजपा नेता राजेन्द्र यादव उर्फ लाला जी भी शासन-प्रशासन से गांव में 33 केवीए बिजली घर स्थापित करने के लिए लम्बे समय से फरियाद किये हुए हैं।
लेकिन कोई ठोस पैरोकार न होने से तावडू शहर के बीचों बीच 66 केवीए बिजली घर को किसी ग्रामीण इलाके में स्थापित करने के लिए लम्बे समय से चली आ रही मांग को मूर्तरूप नहीं दिया जा पा रहा हैं।तावडू बिजली विभाग के एजीएम ब्रहमप्रकाश ने माना कि पावर हाऊस घनी आबादी से घिरा हुआ हैं और लोड़ के हिसाब से नए फीडर निकालते समय भी दिक्कत आ रही हैं। इससे बिजली व्यवस्था भी अकसर प्रभावित रहती है। विगत गत माह एक संस्था द्वारा 66 केवीए पावर हाऊस को स्थानांतरित करने के लिए एक ज्ञापन भी सौंपा था।