(Nuh News) नूंह। सूबे में जहां चुनावी सरगर्मियां खराब मौसम में भी उफान पर है। सत्तारूढ दल भाजपा व विपक्षी दल कांग्रेस की अभी हाल जारी सूचियों के बाद टिकट से वंचित दावेदारों ने बगावती सुर अपना रखे हैं। जिला नूंह(मेवात) की आधी समझी जाने वाली हॉट सीट सोहना-तावडू से मौजूदा विधायक कम राज्यमंत्री कुंवर संजय सिंह का टिकट काटकर पूर्व विधायक तेजपाल तंवर को देने से हुई बगावत का दौर थामें नहीं थम रहा हैं। भाजपा के दावेदारों द्वारा उनके विरोध में हो रही बैठकों में पार्टी सरकार व प्रत्याशी को जमकर कोसा जा रहा हैं। इसी कड़ी में रविवार दोपहर को सोहना की एक वाटिका में सोहना विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख लोगों की बुलाई गई एक बैठक में विधायक कम राज्यमंत्री कुंवर संजय सिंह के अलावा उनके ही बिरादरी के कल्याण सिंह चौहान, महेश चौहान आदि दावेदार भी मौजूद रहे।
बैठक में मौजूदा लोगों ने कहा कि पार्टी द्वारा अभी हाल 67 उम्मीदवारों की जारी सूची में दर्जनभर उम्मीदवारों का गलत चयन हुआ है। बैठक में राजपूत समाज के लोगों ने भी भाजपा को तीखे तेवर दिखाकर जमकर भड़ास निकाली और साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने टिकट वितरण में उनके समाज की सरासर अनदेखी की है। बैठक में कहा गया कि दर्जनभर सीटों में सोहना सीट का भी नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की शेष बची 23 सीटों के साथ-साथ दर्जनभर आवंटित गलत सीटों पर गहनता से मंथन कर पुन: विचार कर उनके समाज को भी पर्याप्त भागीदारी दी जाये। सोहना से विधायक व राज्यमंत्री कुंवर संजय सिंह ने कहा कि उनके परिवार ने आज से करीब साढे तीन दशक पूर्व पार्टी का झण्डा पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ उठाया था। उन्होंने बताया कि उनके पिता स्व0 पूर्व मंत्री कुंवर सूरजपाल सिंह ने वर्ष 1990 में पार्टी का दामन थाम कर संगठन मजबूती की दिशा में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मेवात व समूचे हरियाणा में एक सकारात्मक पहल शुरू की थी।
संगठन मजबूती की दिशा में की गई पहल व क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से वर्ष 1996 में भाजपा-हविपा गठबंधन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 बंशीलाल के नेतृत्व में गठित सरकार में बतौर राज्यमंत्री के तौर पर उनके पिता ने विकास व लोगों की समस्या में ईमानदार व निष्ठा से काम किया था। इसी तरह, उनके पद चिन्हों पर चलकर 2019 में पार्टी ने उन्हें सोहना से उम्मीदवार बनाने के बाद कड़े संघर्ष के बीच वह सीट पार्टी की झोली में डाली थी।
उन्होंने बताया कि मैने भी बतौर युवा भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के लिए कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता के तौर पर कड़ी ईमानदारी व निष्ठा से काम किया हैं। कहीं भी चुनावी रैली हो या लोगों को पार्टी से जोडऩे की बात हो, सब जगह अपनी पूरी ताकत से काम किया। इसी कड़ी में उनका परिवार भी इस बात से कभी पीछे नहीं रहा। लेकिन पार्टी संगठन व बतौर हल्का नुमाइंदे ईमानदारी से काम करने का नतीजा यह हुआ कि पार्टी ने उनका टिकट ही काट दिया। इस दौरान गठित 51 सदस्य कमेटी द्वारा पार्टी की शेष बची टिकटें व दर्जनभर पर पुनर्विचार व समीक्षा पर यदि उनकी बात पर कोई तवज्जों दी जाती है तो उस पर भी मंथन होगा। इसके बाद कमेटी जो भी निर्णय लेगी उस पर फैसला लिया जायेगा।
बैठक की अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक कमल सिंह सहरावत ने की। इस मौके पर पहाड ऊपर तावडू क्षेत्र व पहाड़ नीचे के पंच-सरपंच, मौजिज लोग व जिला परिषद नूंह के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि सब्बीर खान आदि भी मौजूद रहे।