(Nuh News) नूंह। जिला में सनातन धर्म प्रेमियों ने परिवर्तिनी एकादशी(पद्मा एकादशी) पर्व मनाया। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुट रही थी और भक्तजन खासकर व्रतधारियों ने ईश्वर की स्तुति की। स्वामी कमलेश्वारानंद वेदान्ता ने बताया कि पौराणिक मान्यता है कि परिवर्तिनी एकादशी पर भगवान विष्णु अपनी निद्रा के समय आज के दिन ही करवट बदलते हैं। इस कारण परिवर्तिनी का दिन भगवान विष्णु की स्तुति के लिए विशेष माना जाता है। भाद्रपद में परिवर्तिनी एकादशी आती है।
यह मौसम बारिश का होता है इसलिए छाते का दान भी किया जाता है। छाते का दान का अर्थ किसी की जल से रक्षा करने से है, इसलिए आप पारण के बाद किसी गरीब और जरुरतमंद को छाते का दान कर सकते हैं। इसके अलावा अन्न के साथ किसी को वस्त्र दान करने का भी विशेष महत्व है, इसलिए एकादशी के अगले दिन पारण के बाद आपको वस्त्रों का दान करना चाहिए। आप किसी गरीब, जरुरतमंद के अलावा घर के किसी वरिष्ठजन को भी वस्त्र दान दे सकते हैं।