(Nuh News)नूंह। 15वीं विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन गुरूवार को सभी दलों व निर्दलियों ने पूरे जोर-शोर से पर्चे भरे। सभी दलों के बागी भी इस बात से पीछे नहीं रहे। इससे प्रदेश की सियासत में नया मोड़ जब आया है कि भाजपा,कांग्रेस, इनेलो-बसपा गठबंधन, जजपा-एएसपी व आप ने कई नामचीन दावेदारों के टिकट काट दिया हैं। इससे प्रदेश की सियासत अधिक गर्माई हुई हैं। इसी तरह, जिला की सियासत में अच्छा-खासा दखल रखने वाले मेव दिग्गज मरहूम तैयब हुसैन के लाड़ले जाकिर हुसैन का भी टिकट कटा हैं वह बड़ी दहंगल पाल से ताल्लुक रखते हैं। इसी कड़ी में उनके समधी नीमखेडा परिवार व छिरकलौत पाल से ताल्लुक रखने वाले पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद को भी बेटिकट कर दिया है और वह टिकट की आस में जजपा छोडकर भाजपा में आए थे।
जिला मुख्यालय की हॉट सीट नूंह के इतिहास में नामांकन के समय उमड़ी भीड़ से अन्य प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है
पूर्व मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल के करीबी हबीब हवन नगर का े सत्ता द्वारा टिकट ना देने से वह भी बागी हो गए और ऐलनाबाद से विधायक व इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला से हाथ मिलाया और पार्टी ने उन्हें फिरोजपुर झिरका से प्रत्याशी बना दिया था। पूर्व विधायक जाकिर हुसैन भले ही भाजपा में टिके हुए हैं लेकिन उनके युवा पुत्र ताहिर हुसैन ने भाजपा से बगावत कर इनेलो का पटका पहनकर गुरूवार को इनेलो से पर्चा भर दिया। जिला मुख्यालय की हॉट सीट नूंह के इतिहास में नामांकन के समय उमड़ी भीड़ से अन्य प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है। चुनावी अखाडे में उनकी ही दहंगल पाल के मौजूदा कांग्रेस विधायक व सीएलपी के उप नेता आफताब अहमद चुनावी अखाड़े में भिडेंगे। जबकि सत्तारूढ दल ने सोहना से भाजपा विधायक कम राज्यमंत्री कुंवर संजय सिंह का टिकट काटकर उनके पैतृक जिले नूंह(मेवात) सीट से उतारकर इसको पूरी तरह से हॉट सीट बना दिया हैं। कुंवर संजय सिंह नूंह के गांव उजीना के निवासी हैं और वह नूंह से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं।
उधर, दूसरी तरफ पिछड़े जिला नूंह(मेवात) व साथ लगती हथीन, सोहना विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन के अंतिम रोज मुख्य- लिंक सडकों, गली-मोहल्लों में नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों का बोल बाला रहा। तमाम जिला व साथ लगते क्षेत्र में नामांकन प्रक्रिया के समय के बाद तक अव्यवस्था का दौर रहा। प्रत्याशियों के समर्थक नियमों को ताक में रखकर बुल्डोजर, टैऊक्टर- ट्रालियां,डीजे की धुन, दुपहिया-चौपहिया वाहनों आदि साधनों के जरिये एक-दूसरे से आगे बढने की एक-दूसरे से होड़ सी मची हुई थी। जिलावासियों की माने तो पूरे दिन संबंधित जगहों खासकर नूंह के लघु सचिवालय पर लड़ खड़ाई यातायात व्यवस्था से तमाम जिला जाम के झाम में तब्दील रहा। सरकारी, स्कूल, कालेज की बसें, एंबुलेंस, बीमार-लाचार आदि के लिए अस्पतालों में जा रहे मरीजों पर भी इसकी मार पड़ी थी।
यहां, यह बताना भी जरूरी है कि जिला नूंह(मेवात) व साथ लगती सीटों के करीब राजस्थान का इलाका सटा होने से चुनाव चाहे लोकसभा या विधानसभा का हो वहां की भीड़ भी प्रत्याशियों की मदद में पहुंचती हैं। 15वीं विधानसभा चुनाव की बिसात बिछने के बाद से यहां चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के राजस्थान, उत्तरप्रदेश के नेता व समर्थक भी उनकी चुनावी वैतरणी पार कराने के मकसद से यहां डेरा डाल रखा हैं।