(Nuh News) नूंह। हरियाणा के 15वीं आम चुनाव के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत इधर-उधर स्थानांतरित किये गये अधिकारी व कर्मचारी अपनी पुरानी जगह फिर से तैनाती के लिए दौड़ धूप शुरू कर दी हैं। जिलावासियों की माने तो कई अधिकारी व कर्मचारी आरएसएस व भाजपा के अलावा सरकार में रसूखदार व्यक्तियों के यहां लांबिंग शुरू कर रखी हैं।
हैरत की बात देखने को यह मिल रही है कि 18वीं लोकसभा चुनाव घोषणा से पूर्व ही देश-प्रदेश की बदली सियासी फिजा, खासकर देश-प्रदेश में हवा में का रूख कांग्रेस के प्रति होने की प्रबल संभावना को लेकर जिला में तैनात अधिकांश अधिकारियों-कर्मचारियों ने कथिततौर से सुर में बदलाव होने से अकसर वह कामकाज को आने वाले लोगों से कांग्रेस उम्मीदवारों की ही मदद के लिए घण्टों कार्यालय में पार्टी के लिए जमीन तैयार करने में लगे रहते थे और लोकसभा-विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशियों के हक में हुए मतदान के आंकड़ें ही इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं।
भाजपा पार्टी के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ता भी अब खुले तोर पर ऐसी चर्चाएं करते दिखाई दे रहे हैं
भाजपा पार्टी के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ता भी अब खुले तोर पर ऐसी चर्चाएं करते दिखाई दे रहे हैं। उनके अनुसार पार्टी सरकार के खिलाफ लोकसभा-विधानसभा चुनाव में खिलाफत करने वाले नेताओं के साथ-साथ अधिकारियों व कर्मचारियों ने जिला नूंह(मेवात) में फिर से अपना एकछत्र राज चलाने के लिए अपनी ताजपोशी के लिए दौड़ धूप शुरू कर दी हैं।
चुनाव आयोग के मानकों के तहत कई कर्तव्य ,ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करने वाले कई अधिकारियों पर भी चुनाव आयोग का नजला गिरने से वह यहां से तब्दील हुए थे जबकि, अधिकांश कथित कांग्रेस व अन्य व विपक्षी दलों के वफादार अधिकारी-कर्मचारियों ने सरकार के साथ कथित लांबिंग कर यहां तैनाती इस लिए भी करा ली थी कि आने वाली सरकार कांग्रेस पार्टी की होगी और उन्हें जिला नूंह(मेवात) में लम्बे समय तक नौकरी करने का स्वर्ण अवसर मिलने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है लेकिन सूबे के इतिहास में भाजपा की हैट्रिक लगने व दोबारा से बतौर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ताजपोशी होने से से ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी सा फिर गया हैं।
लेकिन इन सब बातो के बावजूद जिला में तैनात मौका परस्त अधिकारी व कर्मचारी यहां तैनाती को लेकर लांबिंग शुरू कर रखी हैं।हांलाकि, जिला में तैनात कई अधिकारी व कर्मचारी सरकारी काम काज के प्रति निष्ठा व समर्पण भावना के साथ-साथ लोगों की शिकायते सुनकर समाधान करने वाले अधिकारी अपनी तैनाती के प्रति बेफिक्र हैं। जबकि मौका परस्त हताश व निराश होने से वह जुगाड़ बाजी में दौड़ धूप कर रहे हैं।इस बारे में जिला उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा से सम्पर्क करने पर बताया गया कि साहब चण्डीगढ मिटिंग में हैं और वह कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नही हैं।
यह भी पढ़ें : Nuh News : मुख्यमंत्री सैनी व उनकी टीम एक्शन मोड़ में दिखाई दे रही, अधिकारियों-कर्मचारियों में मचा हडकंप