(Nuh News) नूंह। जिला में चल रहे शारदीय नवरात्र में मंगलवार को माता के छठे स्वरूप मॉ कात्यायनी की पूजा अर्चना की गई। मंगलारती से ही भक्तजन कतारबद्व मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे थे। प्राचीन देवी भवन मंदिर तावडू के पुजारी पंडित विनोद पराशर शर्मा के मुताबिक यह अमर कोष में पार्वती के लिए दूसरा नाम है माता के इस नाम की कथा के अनुसार कत नामक एक प्रसिद्व महर्षि थे, उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए और उन्हीं कात्य के गौत्र में विश्व प्रसिद्व ऋषि कात्यायन उत्पन हुए थे और उनकी पुत्री के रूप में पैदा होने पर उनका नाम कात्यायनी पड़ा।
वहीं, माता के शारदीय नवरात्र चल रहे हैं लेकिन जिला मुख्यालय नूंह के अलावा तावडू,नगीना,फिरोजपुर झिरका व, पुन्हाना आदि में खुले में खुली मांस की दुकानों से सनातनधर्म प्रेमियों का धर्म भ्रष्ट हो रहा हैं। मंदिरों के पास मांस की दुकानों पर खुले में मुर्गा,बकरा, मछली आदि काटकर खून को यूं ही बहाने से मंदिर जाने वाले भक्तों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं जबकि नवरात्रों से पहले ही धार्मिक संस्थाओं ने मांस की दुकानों को शहर से बाहर भेजने की गुहार लगा चुक हैं लेकिन प्रशासन भी दबाव के कारण इस अहम कदम को उठाने से कतराता है।
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