(Nuh News) नूंह। हरियाणा प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए पहली बार कांग्रेस पार्टी संभावित उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग करने में जुटी है। दिल्ली कांग्रेस दफ्तर में चल रही स्क्रीनिंग की कार्रवाई ने मौजूदा विधायकों की नींद हराम कर दी है। नीति हरियाणा प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए पहली बार कांग्रेस पार्टी संभावित उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग करने में जुटी है। आयोग के सबसे पिछड़े जिले नूंह पर सबकी नजर है। क्योंकि मेवात में एक साल पहले हुई हिंसा के कारण फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस विधायक मामन खान सवालों के घेरे में हैं। उन पर यूएपीए की धाराओं में केस दर्ज है और वो फिलहाल जमानत पर हैं। हाल में रेवाड़ी की एक पंचायत ने उन्हें कांग्रेस पार्टी का टिकट नहीं देने की मांग उठी थीं। फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट पर कांग्रेस का टिकट पाने के लिए 15 दावेदार स्क्रीनिंग कमेटी के सामने पेश हो चुके हैं।
दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी के सामने अपना साक्षात्कार देने वाले जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता सलामुद्दीन एडवोकेट बताते हैं कि फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट पर चाहे जितने दावेदार हैं लेकिन उनकी दावेदारी मेवात में काम करने के कारण सबसे मजबूत है। अगर कांग्रेस टिकट देती है तो जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर झिरका विधायक के गैर जिम्मेदाराना बयानों के कारण इलाके को हिंसा झेलनी पड़ी और जिससे मेवात का नाम पूरी दुनिया में बदनाम हुआ। आजादी के बाद मेवात के किसी विधायक ने पहली बार ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान दिया। अन्यथा मेवात इलाका तो हिंदू मुस्लिम भाईचारे और गंगा जुमनी तहजीब का गहवारा है। कांग्रेस टिकट के दावेदार सलामुद्दीन एडवोकेट ने बताया कि हाल में रेवाड़ी में एक पंचायत हुई जिसमें विधायक का विरोध हुआ और कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी गई कि यदि टिकट दिया तो हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनावों में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि उनके लंबे संघर्ष को देखते हुए कांग्रेस पार्टी टिकट देगी क्योंकि उनके साथ 35000 से अधिक युवा मेवात क्षेत्र में जुड़ें हैं। किसान, ड्राइवर व उलेमा बिरादरी का उन्हें पूरा समर्थन हासिल है।
कौन है सलामुद्दीनरू
नगीना खंड के गांव नोटकी से ताल्लुक रखने वाले सलामुद्दीन एडवोकेट (45) गत 20 साल से मेवात क्षेत्र में आमजन के मददगार के रूप में उभर कर सामने आए हैं। उनके पिता हाजी इसहाक नोटकी गांव के दो बार सरपंच रहे। वो कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल रहे। दो बार मेवात विकास सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की 25 गारंटी के प्रधान सदस्य भी रहे। मेवात के गांधीग्राम घासेड़ा में मेवात दिवस के उपलक्ष में 22 दिसंबर 2022 को राहुल गांधी के लिए विशाल जनसभा का सफल आयोजन कर चुके हैं।
आगाज ए दोस्ती यात्रा व गांधी ग्लोबल फाउंडेशन के सदस्य हैं। किसान आंदोलन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। सामाजिक सौहार्द के लिए सैंकड़ों पंचायतें कर सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान चलाएं हैं। युवाओं के करियर काउंसलिंग पर सफल आयोजन करें हैं। एनआरसी-सीएए के खिलाफ उत्तर भारत में सबसे बड़ा प्रदर्शन गांधीग्राम घासेड़ा में किया था। मॉब लिंचिंग के खिलाफ लोअर कोर्ट से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक न्याय की लड़ाई लड़ी। मेवात के ट्रक ड्राइवर के लिए पढ़े-लिखे की शर्त हटवाने हेतु के नूंह मुख्यालय पर 40 दिन धरना दिया और कानून निरस्त कराया। ऐसे अनेकों काम हैं जिससे उन्हें जनता अपना रहनुमा मानने लगी है।