(Nuh News) नूंह। लम्बे समय से रूक- रूक कर हो रही बरसात के चलते सब्जियों पर महंगाई की मार पडऩे की वजह से अब यह आमजन की पहुंच से दूर होती जा रही हैं। खासकर आलू, प्याज, टमाटर, धनिया,लहसुन आदि के दामों में बेतहासा बढोतरी हो गई हैं। इसी तरह, सब्जी के दामों पर महंगाई की मार पडऩे से सडक,गली-मोहल्ला आदि में आवाज लगाकर रेहड़ी पर पूरे दिन सब्जी व फल आदि बेचकर गुजर, बसर करने वाले दुकानदार सब्जी मंडी से सब्जी नहीं खरीद पा रहे हैं। इससे उनके चौका-चूल्हा सुलगने के लिए भी बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। गृहणियों की माने तो सब्जियों पर महंगाई की मार के चलते उनके रसोई का बजट बिगड़ गया है। जबकि दुकानदारों की माने तो बरसात के मौसम में सब्जियां महंगी हो जाती है तथा जुलाई, अगस्त व सितंबर में देश-प्रदेश में हो रही बारिश, बाढ़ से दिशावर से माल नही आता हैं जबकि स्थानीय सब्जियों पर भी बरसात की मार पडऩे से सब्जियां महंगी हुई है।
छोटे दुकानदार पप्पू, सगीर, तारा, सुभाष चंद माथुर, हनीफ, धर्मपाल, गुलशन, इकराम, राजू, रामू के अलावा ग्रहणी सोनिया, रेखा माथुर, संतरा, साधना जैन, आरती व कमला ने बताया कि सब्जियों पर महंगाई की मार पडऩे की वजह से अब यह आमजन की पहुंच से दूर होती जा रही हैं। खासकर आलू, प्याज, टमाटर, धनिया आदि के दामों में बेतहासा बढोतरी हो गई। महंगाई के चलते माल खरीदना अब बस की बात नही हैं तथा लोग भी गली-मोहल्लों में सब्जियां खरीदने की बजाये सीधे मंडी पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि सब्जियों पर महंगाई होने से उनका धंधा प्रभावित हो रहा है जिससे अब कई दुकानदार तो अपने घर बैठे हुए हैं और उनके आगे घर चलाने की समस्या आ खड़ी हो गई है इसके अलावा सब्जियों ने उनका रसोई का बजट भी बिगाड कर रख दिया है। उन्होंने बताया कि मंडी में अरबी 100 रू0 किलो, घीया,तोरी 40 रू0,धनिया 450, टमाटर 60-80 रू0, भिंडी 40 से 80 रू0, पेठा 20 से 30 रू0, बैंगुन 40 रू0, आलू 50 रू0 ,नीबू 150, हरी मिर्च 60-50, लहसुन 400 रू0, अदरक 150-200 रू0 किलो के दाम से बिकवाली हो रही है।