(Nuh News) नूंह। जिला में बारिश का कहर थामें नहीं थम रहा है। बारिश से ग्रामीण-शहरी क्षेत्र के अलावा गली-मोहल्ले, चौक-चौराहे,बाजार आदि जलभराव की समस्या झेल रहे हैं लेकिन जिला के सरकारी-गैर सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज आदि भी इससे अछूते नही हैं। जिला मुख्यालय नूंह का महिला पुलिस थाना,सिटी, सदर थाना, रैडक्रास कायालय, डाकखाना, वन-स्टोप सेंटर, वाईएमडी कॉलेज, नगरपरिषद कार्यालय आदि इस कदर बरसाती पानी से भरे हैं कि लोगों को कामकाज के लिए जाने हेतू सौ बार सोचना पड़ रहा है। मुलाजिम भी मजबूरी में जलभराव की समस्या को झेल रहे हैं लेकिन उनकी आवाजाही सरकारी गाड़ी में हो जाती है परन्तु आम पब्लिक को पानी से होकर पैदल ही कामकाज के लिए जाना पड़ रहा है। बरसाती पानी से जहरीले जानवर, सांप वगैरा के अलावा कटीले मच्छरों का प्रकोप भी बढ गया है। हांलाकि, पम्पसेट के माध्यम से बरसाती पानी को निकाला भी जा रहा है लेकिन फिर बरसात होने से हालात जस की तस बन जाते है।
सैनी, पिटटी, कैलाश पंडित, साहून, संजय कुमार, राजू, जगत, इमरान, कासिम, नरेश कुमार, राजू कटारिया, राजेन्द्र, अंकित, राजेन्द्र साहू आदि ने बताया कि जिला के सरकारी-गैर सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज आदि भी जलभराव की समस्या से अछूते नही हैं। जिला मुख्यालय नूंह का महिला पुलिस थाना,सिटी, सदर थाना, रैडक्रास कायालय, बिजली घर, डाकखाना, वन-स्टोप सेंटर, वाईएमडी कॉलेज, नगरपरिषद कार्यालय आदि इस कदर बरसाती पानी से भरे हैं कि लोगों को कामकाज के लिए जाने हेतू सौ बार सोचना पड़ रहा है। मुलाजिम भी मजबूरी में जलभराव की समस्या को झेल रहे हैं।
इस बारे में महिला पुलिस व सदर थाना प्रभारियों ने भी बरसात में थानों के बाहर बरसाती पानी जमा होने की बात स्वीकार की हैं, जबकि नगर परिषद के अध्यक्ष संजय मनोचा ने भी माना कि बरसाती पानी से जलभराव की समस्या आने पर पम्प सेट के माध्यम से बरसाती पानी निकाला जा रहा है।