(Nuh News) नूंह। जिला में आतिशबाजी छोडने व बिक्री पर लगी रोक का जहां दूर-दूर तक भी असर देखने को नहीं मिल रहा था और कई दिनों से जिला नूंह,तावडू, पुन्हाना,नगीना, पिनगवा व फिरोजपुर झिरका के बाजारों में जमकर आतिशबाजी की बिक्री हुई।

दीपावली पर्व पर भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी चलाई। मजेदार बात देखने को मिल रही थी कि आफिसर कॉलोनियों में भी आतिशबाजी होती दिखाई दे रही थी। इसके अलावा कई युवा पोटाश का बारूद भरकर नाल के जरिये आतिशबाजी छोड़ते नजर आ रहे थे जबकि उसमें भरा जाने वाला पोटाश, गंधक आदि पर बिक्री करने पर पाबंदी है लेकिन इसके बावजूद यह विस्फोटक सामग्री धड़ल्ले से बेची जा रही थी, जिससे जान माल का नुकसान होने की बात से डर बना हुआ था। आतिशबाजी प्रतिबंध के बावजूद जिला के वायु गुणवत्ता पर भी असर देखने को मिला हैं जिला के मंाडीखेडा अस्पताल में लगे वायु प्रदुषण मापक यंत्र में पिछले 24 घण्टे में एक्यूआई 249 एवं समीपवर्ती भिवाडी(राजस्थान) में 273 तक पहुंच गया है।

पिछले वर्षों के मुकाबले यहा आंकडा अधिक बताया गया है। पर्यावरण प्रेमियो की माने तो सरकार की हरित दीपावली मनाने की पहल नाकाम साबित रही हैं और साथ ही जिला प्रशासन पर रोकथाम न करने का आरोप भी जड़ा हैं।
सुरेन्द्र जैन, गोपाल, अनिल, साधना, रामू, अजीत, नरेन्द्र सिंह, सोनू, राजसिंह, मनोज आदि ने बताया कि जिला में आतिशबाजी छोडने व बिक्री पर लगी रोक का जहां दूर-दूर तक भी असर देखने को नहीं मिल रहा था और लोगों ने जमकर आतिशबाजी चलाई। उन्होंने बताया कि जिला में आतिशबाजी का हिसाब इस बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार सुबह नूंह ,तावडू,पुन्हाना व फिरोजपुर झिरका में आतिशबाजी के कचरे के अम्बार लगे हुए थे। इसके अलावा सडकों पर भी आतिशबाजी के अवशेष दिखाई दे रहे थे।

इस बारे में नूंह के उप मण्डलाधीश से सम्पर्क करने पर बताया गया कि अवकाश की वजह से कोई भी अधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचा है और इसी वजह से उनका तर्क संगत नहीं किया जा सका, जबकि वायु प्रदुषण मापक यंत्र का काम काज संभाल रहे कर्मचारी ने बताया कि जिला का एक्यूआई 249 तक पहुंच गया हैं जो कि अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक हैं।

 

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