(Nuh News) नूंह। जिला में गुरूवार को शारदीय नवरात्र का आगाज हो गया। प्रथम रोज मॉ भगवती के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री के तौर पर पूजा अर्चना की गई। मंदिरों में मंगलारती से ही भक्तों की आवाजाही शुरू हो गई थी। जिला के प्राचीन मंशा देवी मंदिर गहबर, गडजीत पत्थवारी मंदिर नूंह, माता वैष्णो देवी मंदिर तावडू, शिवशनि पीठ मंदिर डिढारा, प्राचीन देवी भावन तावडू के अलावा जिला के अन्य देवी मंदिरों में मॉ दुर्गा की पूजा अर्चना की गई।
पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण इनका यह नाम पड़ा था। इससे पूर्व घरों, दुकानों व मंदिरों में कलश स्थापना कर जौं के दानों की बिजाई की गई। प्राचीन देवी भवन मंदिर तावडू के पुरोहित पंडित विनोद शर्मा के मुताबिक शारदीय नवरात्रों का आगाज हो गया हैं। मॉ भगवती के 9 स्वरूप की अलग-अलग दिनों में पूजा अर्चना की जाती हैं ,कलश स्थापना व खेतडी बिजाई के बाद मॉ के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई।
वहीं, माता के शारदीय नवरात्र चल रहे हैं लेकिन जिला मुख्यालय नूंह के अलावा तावडू,नगीना,फिरोजपुर झिरका व, पुन्हाना आदि में खुले में खुली मांस की दुकानों से सनातनधर्म प्रेमियों का धर्म भ्रष्ट हो रहा हैं। मंदिरों के पास मांस की दुकानों पर खुले में मुर्गा,बकरा, मछली आदि काटकर खून को यूं ही बहाने से मंदिर जाने वाले भक्तों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं जबकि नवरात्रों से पहले ही धार्मिक संस्थाओं ने मांस की दुकानों को शहर से बाहर भेजने की गुहार लगा चुक हैं लेकिन प्रशासन भी चुनाव में लगा है तथा उपरी दबाव के कारण इस अहम कदम को उठाने से कतराता है।