(Nuh News) नूंह। जिला के नूंह से नगीना वाया गांव खेड़ला,ऊटका ,मुरादबास, बाई, मेवली, मोहम्मदपुर, कोटला कांसली, घाघस सहित दर्जनों गांवों से गुजरने वाला इस अहम रोड़ पर शासन-प्रशासन की मार पड़ी है। इस मार्ग पर लोग पहाडी के रास्ते कम दूरी तय करके कई गांवों में जाते हैं लेकिन कई वर्षों से इस मार्ग की उपेक्षा करने से अब यह गडडों व जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। इस बार के विधानसभा चुनाव 2024 में इस रोड़ के मुददे पर भी ग्रामीण नेताओं से सवाल-जवाब तलब करने से पीछे नही हटेंगे।
ग्रामीण एडवोकेट मुबीन मुरादबास, हकमुदीन कोटला,सुलेमान खेडला, साहून मालब, ताहिर मेवली, शौकीन खेडला, जाकिर उंटका, एडवोकेट युसुफ उंटका, सबीला जंग व शोकीन आदि ने बताया कि जिला के नूंह से नगीना रोड पर पहाडी के सहारे दर्जनभर गांव लगते हैं लेकिन इस रोड पर गहरे गडढे बने रहने से दुर्घटनाएं हो रही है और लोगों को आने-जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। यह रोड इस बरसाती मौसम में तालाब में तब्दील हो चुका है पानी भरा हुआ है।
उन्होंने बताया कि कई बार शासन-प्रशासन को समस्या से अवगत कराने के बावजूद भी हालात जस की तस है। उन्होंने बताया कि इस मार्ग के गांवों से छुटभैया नेताओं की फौज लम्बी है लेकिन विकास के नाम पर यहां कुछ नही हुआ है। उन्होंने बताया कि 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव है और कांग्रेस, भाजपा व इनेलो-बसपा आदि नेता वोट मांगने क्षेत्र में आयेगा तो उनसे तीखे सवाल -जवाब किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अपने को विपक्षी बताती हैं जबकि विकास कराने में विपक्ष भी अहम रोल निभाता है और इस चुनाव में विपक्ष को भी जनता के सवालों का सामना करना होगा जबकि, सत्तापक्ष के नेताओं के जुबांन पर दही जमी हुई है। उन्होंने शासन-प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की फरियाद की है।इस बारे में लोक निर्माण विभाग से सम्पर्क करने पर बताया गया कि साहब अभी कार्यालय नहीं पहुंचे है और आने पर सूचित किया जायेगा।