(Nuh News) नूंह। आउटसोर्स पार्ट-।। कर्मचारी संगठन हरियाणा के राज्य प्रधान रामरतन, आई0टी0आई0 यूनियन के उप प्रधान अमित डिल्लो व महासचिव योगेश चन्द्र ने प्रैस वार्ता करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने की एक सम्मानजन नीति बनाने की बजाय जो घोषनाएं की है वह कर्मचारियों के साथ धोखा किया गया है और कुछ नही है। आज तक संगठन द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा जितने भी पत्राचार किया गया है उन सभी में पत्रों के माध्यम से कम से कम समय की नियमितिकरण पॉलिसी लाकर पक्का करने का अनुरोध किया गया है। इस एक्ट के अनुसार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की बजाय हमेशा के लिए कच्चे बने रहने का बन्दोबस्त कर दिया जाएगा ताकि ये कर्मचारी कभी पक्के होने की मांग तक भी न कर सकें।
यही कार्य सरकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कर चुकी है। इस प्रक्रिया के द्वारा ऐसा करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे कच्चे कर्मचारी सदा कच्चे ही बने रहें और पक्के होने की मांग को छोड ही दें। इस एक्ट के माध्यम से सरकार ने पार्ट-।। कर्मचारियों का नियमितिकरण होने के अधिकार को छीनने का काम किया है जबकि ये कर्मचारी संवैधानिक तरीके से भी पक्का होने का अधिकार रखते है। हरियाणा प्रदेश के विभिन्न विभागों, बोर्डो, निगमों, कॉर्पोरेशन, सोसाईटी तथा निकायों में 3-10 वर्षो से ग्रुप के लगभग सात हजार कर्मचारी सरकार की आउटसोर्स पॉलिसी पार्ट-।। के अंतर्गत स्वीकृत रिक्त पदों पर निर्धारित प्रकिया का पालन करते हुए रेगुलर भर्ती की तरह विभागाध्यक्ष द्वारा सेवा नियमों के अनुसार सार्वजनिक विज्ञापनध्रोजगार कार्यालय द्वारा भर्ती किए गए हैं। दिनांक 20 जुलाई 2024 से दिनांक 03 अगस्त तक प्रदेश का प्रत्येक पार्ट-।। कर्मचारी अपनी नियमितिकरण की मांग को लेकर मिनी सचिवालय सैक्टर-12, करनाल में धरने पर बैठा हुआ था। संगठन की सरकार के साथ हुई बार्ता में भी पार्ट-।। कर्मचारियों के कम से कम समय की नियमितिकरण पॉलिसी लाकर पक्का करने के लिए निवेदन किया गया था।
दिनांक 08 अगस्त 2024 को सरकार द्वारा लाए गए सर्विस सिक्योरिटी एक्ट में प्रदेश के सभी कच्चे कर्मचारियों को एक ही तराजू के पलडे में तोला गया है। जबकि प्रदेश का पार्ट-।। कर्मचारी संवैंधानिक रूप से पक्का अधिकार रखता है, परंतु सरकार द्वारा सभी कच्चे कर्मचारियों को एक ही छत के नीचे शामिल कर दिया गया है। जिससे हरियाणा प्रदेश के पार्ट-।। कर्मचारी बिल्कुल भी संतुष्ट नही है। आउटसोर्स पार्ट-।। कर्मचारियों में एक्ट को लेकर भारी रोष है, जल्द ही आगामी रणनीति तैयार कर आर या पार की लडाई के लिए रोड पर आने के लिए मजबूर होना पडेगा। इसी तरह, नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले सभी है नल्हड मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग स्टाफ ने दूसरे दिन भी हड़ताल की इनमें मुख्य मांग 7200 रुपए नर्सिंग अलाउंस केंद्र की तर्ज पर और केंद्र की तर्ज पर सभी पदों के ग्रुप बदले जाएं जो कि पिछले 15 सालों से मांग कर रहे हैं इस संदर्भ में पहले भी कर चुके हैं आंदोलन एसोसिएशन प्रधान नरेंद्र कुमार के द्वारा बताया गया की सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है इसलिए ना चाहते हुए भी न शीतकालीन हड़ताल भी सांकेतिक हड़ताल को अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदलना पड़ा जिसमें आम जन को होने वाली परेशानी की जिम्मेदारी प्रशासन में सरकारी की होगी।