ढाका। भारत ने बांग्लादेश को कहा है कि एनआरसी का असर उनपर नहीं होगा। बांग्लादेश भारत के संसद द्वारा नया नागरिकता विधेयक पारित किए जाने के बाद की स्थिति को देखते हुए दिसंबर में भारत के अपने दौरे रद्द कर दिए थे। ढाका असम में एनआरसी लागू किए जाने के बाद से परोक्ष तौर पर चिंतित था, हालांकि भारत ने उसे साफ कर दिया था कि यह मुद्दा देश का आंतरिक मामला है। ढाका इन खबरों को लेकर चिंतित है कि भारत नए नागरिकता कानून के तहत हजारों प्रवासी बांग्लादेशियों को वापस भेज सकता है। इस कानून के अनुसार 31 दिसम्बर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से वहां धार्मिक प्रताड़ता के चलते भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता मिलेगी।