राजधानी की हवा में प्रदूषण की मात्रा फिर से ज्यादा हुई, सभी प्रयास नाकाम साबित हो रहे
Delhi Pollution News (आज समाज), नई दिल्ली : पिछले एक माह से ज्यादा समय से गैस चैंबर में तबदील हुई राजधानी में राहत मिलने के कोई आसार नहीं है। दो दिन प्रदूषण की मात्रा कम होने और एक्यूआई में कुछ सुधार होने के बाद अब फिर से प्रदूषण बढ़ गया है और एक्यूआई ऊपर चढ़ने लगा है। दूसरी तरफ पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि हवा में प्रदूषण की मात्रा अब पराली के धुंए से नहीं बल्कि वाहनों के धूंए से बढ़ रही है।
आईआईटीएम के डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक, हवा में दिल्ली के वाहनों से होने वाली प्रदूषण की हिस्सेदारी मंगलवार भारी रही। इसका हिस्सा 22 फीसदी से ज्यादा रहा। जबकि सोमवार यह 17 फीसदी के करीब था। इस दौरान पराली के धुएं का हिस्सा करीब सात फीसदी रिकार्ड किया गया। आईआईटीएम का अनुमान है कि बुधवार को भी मौसमी दशाओं में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। दिन भर हवाएं 4-6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इसका पैटर्न मंगवार की तरह ही रहेगा। सुबह दिल्ली में स्मॉग की चादर छाई रहेगी। दिन में मामूली सुधार के बाद शाम को दोबारा से हालात बिगड़ने का अंदेशा है।
इधर दिल्ली सरकार ने उठाया एक और सख्त कदम
प्रदूषण समस्या से जूझ रही दिल्ली सरकार ने इसपर लगाम लगाने के लिए एक और कदम उठाया है। पहले जहां ग्रैप-4 को लागू किया गया था। अब सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आते हुए पुलिस की पीसीआर वैन (प्रखर) और स्थानीय थाना पुलिस भी ग्रेप-4 के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का चालान करेंगी। पीसीआर वैन में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी और स्थानीय थाना पुलिस को एक या दो चालान मशीनें दी गई हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सुप्रीम फटकार के बाद सभी 15 जिला कप्तानों व उनसे सीनियर पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाकर सख्त आदेश दिए। साथ ही कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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