Dharamshala News (आज समाज) धर्मशाला : उपायुक्त हेमराज बैरवा ने उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में जिला स्तरीय टीबी फोरम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि टीबी रोगियों की पहचान तथा बेहतर उपचार के लिए मेडिकल आफिसर उनके घर द्वार पर तीन सप्ताह में एक बार चेकअप के लिए जाएंगे। उन्होने कहा कि 16 वें वितायोग के तहत ग्राम पंचायतों को भी टीबी रोगियों के लिए दस-दस हजार तक की राशि खर्च करने के लिए निर्देश दिए गए थे तथा इस बाबत पंचायती राज विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए कहा गया है।
निक्षय मित्र बनाने पर भी विशेष बल दिया जा रहा है तथा रेडक्रास सोसाइटी निक्षय मित्र की भूमिका में टीबी रोगियों को खाद्य सामग्री किट्स वितरित करने के लिए पहल करेगी इसके साथ ही नागरिकों को भी निक्षय मित्र बनने का आग्रह किया जाएगा ताकि टीबी मुक्त कांगड़ा जिला के संकल्प को पूरा किया जा सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला की बीस प्रतिशत पंचायतें टीबी मुक्त हो चुकी हैं। उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर भी टीबी फोरम की बैठकें नियमित तौर पर आयोजित करने के दिशा निर्देश दिए हैं।
बैठक का संचालन करते हुए डॉ राजेश सूद जिला स्वास्थ्य व क्षय रोग उन्मूलन अधिकारी जिला कांगडा ने बताया कि जिला में टी बी के रोगी की पहचान उपरांत उपचार सफलता की दर लगभग 86 प्रतिशत है व व्यस्क टीबी टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 16 जुलाई तक लगभग 99 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। डॉ सूद ने बताया कि बिगड़ी टीबी के मरीजों को 1500 की राशि मासिक आर्थिक सहायता के लिए दी जा रही है। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों की समस्याओं के लिए 1800116666 निक्षय सम्पर्क सेवा भी उपलब्ध करवाई जा रही है।