नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में सांसद गुलाम नवी आजाद की मंगलवार को राज्यसभा से विदाई हुई। गुलाम नवी का कार्यकाल मंगलवार को राज्यसभा में समाप्त होगया। जिसके बाद उन्होंने बुधवरा को कहा कि वह अब फ्री हो गए हैं। लोग उन्हेंअब कई जगह पर देख सकेंगे। आगे उन्होंनेकिसी भी पद को दोबारा न ग्रहण करने की इच्छा भी जाहिर की। गुलाम नवी ने कहा कि वह अब न सांसद ना मंत्री बनना चाहते हैं। यहां तक कि वह अब पार्टी में भी कोई पद नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह राजनेता के रूप में अपने कार्यों से संतुष्ट हूं। जब तक वह जिंदा रहेंगे वह जनता की सेवा करते रहेंगे। समाचार एजेंसी से बातचीत मेंकांग्रेस केनेता और राज्यसभा मेंबर गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘मैं 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था। मैंने पार्टी में कई पदों पर काम किया है। मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे देश के लिए काम करने का मौका मिला। मैं खुश हूं कि मैंने ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। मुझे देश और दुनिया को जानने और समझने का अवसर मिला।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं एक राजनेता के तौर पर अपने काम से पूरी तरह संतुष्ट हूं। मुझे लगता है कि जब तक मैं जिंदा रहूंगा, जनता की सेवा करता रहूंगा।’ इसकेबाद उन्होंनेयह भी कहा कि ‘हम कुछ लोगों को गहराई से समझते हैं तो कुछ को सतही तौर पर। जो मुझे गहराई से समझते हैं, उन्होंने सालों तक मेरा काम देखा है और इसलिए भावुक हो गए। मैं उन सबका आभारी हूं। उन्होंने ट्वीट करने वालों, मुझे मैसेज करने वालों और जिन्होंने मुझे काल किया सभी को धन्यवाद दिया।