चरखी दादरी। (संदीप श्योराण) सभी वर्गों के परिवार को अब मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ मिल सकेगा। अमरजीत सिंह मान ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि सरकार द्वारा मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना में संशोधन किया गया है। जिसके तहत अब किसी भी वर्ग के परिवार को इस योजना का लाभ मिल सकेगा। डीसी ने बताया कि किसी भी वर्ग के व्यक्ति द्वारा अब अपनी विवाह की तिथि से 30 दिनों के अन्दर-अन्दर विवाह का पंजीकरण करवाने पर मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत विवाहित जोड़े को कल्याण विभाग के माध्यम से शगुन के तौर पर एक मिठाई का डिब्बा व 1100 रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित जातियां तथा पिछड़े वर्ग कल्याण द्वारा जो भी स्कीमें क्रियान्वित की जाएंगी उन सभी स्कीमों को परिवार पहचान पत्र के साथ लिंक किया जाएगा।
डीसी ने कहा कि नागरिक अपने किसी भी नजदीकी सी एस सी पर जाकर परिवार पहचान पत्र बनवा सकते हैं। परिवार पहचान पत्र जिला के सभी गांवों, नगर पालिका, नगर निगम क्षेत्रों में बनाए जा रहे है। सरकार की कई ऐसी योजनाएं होती है, जिनका लाभ सीधा जरूरतमंदों तक समय पर पहुुंचना जरूरी होता है। परिवार पहचान पत्र एक विस्तृत डाटा बेस है जिसमें नागरिकों की सभी प्रकार की जानकारियांं शामिल की गई है। इसमें परिवार की आर्थिक स्थिति समेत परिवार के सदस्यों की आयु, जाति, शिक्षा, रहन-सहन व संसाधनों आदि का पूरा विवरण जुटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 60 साल की आयु पूरी होने पर वृद्धावस्था सम्मान भत्ता पेंशन और 18 साल की आयु होने पर मतदाता पहचान-पत्र जैसी योजनाओं का लाभ निर्धारित समय पर अपने-आप ही मिल जाएगा। इससे नागरिकों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकारी कार्य में पारदर्शिता बढ़ेगी, प्रभावशाली लोगों का हस्तक्षेप समाप्त हो जाएगा और केवल पात्र व्यक्ति ही योजना का लाभ उठा सकेंगे। सरकार के संशोधन के अनुसार अब अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग के तहत चल रही सभी योजनाओं का परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा जाएगा। परिवार पहचान पत्र के आधार पर ही सभी सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिलेगा।