नई दिल्ली। केंद्र सरकार केसामने मुसीबते खत्म होनेका नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं। पांचवें दौर की बातचीत के बाद भी कोई हल समस्या का नहीं निकल पाया है। किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कानूनों के खिलाफ हैं। किसान संगठन चाहतेहैंकि सरकार नए कानूनों को रद्द करें। अभी इस समस्या का समाधान निकला नहींहै कि दूसरी ओर डाक्टरों ने भी स रकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसानों की तरह अब डाक्टर भी सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। मंगलवार को डाक्टरों ने भी सार्वजनिक स्थलों पर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है। इसके तहत मंगलवार को डॉक्टर देश भर में 10,000 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। डॉक्टरों ने केंद्रीय चिकित्सा परिषद की ओर से जारी अधिसूचना के खिलाफ मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। डाक्टरों की नाराजगी इस बात से हैकि सरकर ने अधिसूचना के तहत स्नातकोत्तर आयुर्वेद सर्जरी के छात्रों को भी आधुनिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं का अध्ययन करने और अभ्यास करने की मंजूरी दी गई है। भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सोमवार को जानकारी दी कि कल डाक्टर सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक अपना वि रोध प्रदर्शन करेंगे। विरोध प्रदर्शन के समय गैर जरूरी सेवाएं बाधित रहेंगी। आईएमए ने बताया कि सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। ओपीडी सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी और पहले से तय आॅपरेशन भी नहीं किए जाएंगे।