नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज दशको से चले आ रहे राम मंदिर विवाद को समाप्त कर दिया। कोर्ट ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण को अनुमति दी और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने की बात कही। कोर्ट केन्द्र को निर्देश दिया कि मस्जिद निर्माण के लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड को भूखंड आबंटित किया जाए। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस व्यवस्था के साथ ही राजनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील 134 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया। अयोध्या फैसले के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि फैसले में किसी की हार जीत नहीं हुई है। उन्होंने देशवासियों से शांति-सद्भाव और एकता बनाए रखने की अपील की है।
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।