North India Rain Fury: उत्तर भारत में जल प्रलय से थमी जिंदगी, 5 राज्यों में 17 लोगों की मौत

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North India Rain Fury
रविवार को कुल्लू में भारी मानसूनी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया

Aaj Samaj (आज समाज), North India Rain Fury, नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह बाधित हो गया है। उत्तर भारत के तो लगभग सभी राज्यों में ‘जल प्रलय’ हो गया है। हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब व अन्य राज्यों में ‘जल प्रहार’ यानी मूसलाधार बारिश के कारण अधिकतर निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।

हर जगह जलभराव

हर जगह जलभराव के चलते भारी जाम होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हवाई व रेल यातायात पर भी असर पड़ा है। पहाड़ी राज्यों में सड़कें बेहाल हैं। कहीं पुल ढह गए हैं, तो कहीं इमारतें गिर गई हैं। जम्मू-कश्मीर में रविवार को तीसरे दिन भी खराब मौसम के कारण पवित्र अमरनाथ यात्रा बहाल नहीं हो सकी। लगातार बारिश के कारण उत्तर भारत की लगभग 20 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। दिल्ली, यूपी, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिन हुई बारिश के कारण अलग-अलग हादसों में 17 लोगों की मौत हो गई है।

भारी बारिश से राहत के आसार नहीं

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अब भी भारी बारिश से राहत के आसार नहीं हैं। विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के अलावा एनसीआर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। दिल्ली में शुक्रवार आधी रात के बाद से शनिवार को भी पूरा दिन बारिश होती रही और भारी बारिश ने राजधानी में पिछले 41 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

शहर में 24 घंटों में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक है। इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी। राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हो गया। दिल्ली के आसपास के इलाकों में रविवार को भी भारी बारिश जारी रही। गुरुग्राम के कई हिस्सों में भी जलभराव और बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हुई।

इन जगहों पर हुईं 17 मौतें

दिल्ली में 58 वर्षीय महिला की उसके फ्लैट की छत गिरने से मौत हो गई। राजस्थान में बारिश के कारण 4 लोगों की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रविवार सुबह बारिश के कारण एक घर ढह गया जिसमें एक महिला और उसकी छह साल की बेटी की मौत हो गई। हिमाचल प्रदेश के शिमला में भी इस तरह की घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। राज्य में अन्य हादसों में दो और लोगों की मौत हो गई। साथ ही उधर जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पुंछ जिले में अचानक आई बाढ़ से सेना के दो जवानों की मौत हो गई। इसके अलावा जम्मू में दो लोगों की मौत हो गई। इधर, दक्षिण भारतीय राज्य केरल और कर्नाटक के कई इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है।

हिमाचल : सभी स्कूल व शिक्षण संस्थान बंद

हिमाचल के मंडी में बारिश के चलते बंजार औट बाईपास को औट से जोड़ने वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया है। कुल्लू में व्यास नदी में उफान के चलते चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा बह गया। कुल्लू-मनाली और मनाली से अटल टनल और रोहतांग के बीच का रास्ता बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार ने राज्य के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आगामी 10 और 11 जुलाई को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में भी बारिश के भूस्खलन की तस्वीरें सामने आई हैं। तीनों ही राज्यों में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। छिनका के पास भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है।

चंडीगढ़ : सुखना लेक के फ्लड गेट खोले, डेरा बस्सी में नाव चली

चंडीगढ़ में रविवार को सुखना झील का जलस्तर बढ़ने से फ्लट गेट खोलने पड़े। झील का निर्धारित जलस्तर 1162 है, लेकिन उसके 1163 होने के तुरंत बाद फ्लड गेट खोले गए। शहर के कई इलाकों में मुख्य सड़कों और चौकों पर पानी भर गया। घरों के अंदर भी पानी चला गया। पंजाब के भी कई प्रमुख शहरों की सड़कें बारिश के पानी से लबालब हो गर्इं। चंडीगढ़ के डेरा बस्सी में लगातार बारिश के बाद स्थित एक निजी हाउसिंग कॉलोनी में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। यहां गाड़ियां पानी में डूबी नजर आर्इं। सोसायटी में नाव चलवानी पड़ी। वहीं, मोहाली के खरड़ इलाके में एक घर बारिश के चलते ढह गया।

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