North East Renos beat Bengaluru Browns with Laldin Mavia’s win: बिग बाउट लीग का दूसरा दिन- लालडिन माविया की जीत से नार्थ ईस्ट रेनोज ने बेंगलुरु ब्राउल्स को हराया

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ग्रेटर नोयडा। बिग बाउट लीग के दूसरे दिन मंगलवार को यहां गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के हॉल में बेंगलुरु ब्राउल्स और नार्थ ईस्ट रेनोज में रोमांचक मुकाबला हुआ। मुकाबले का फैसला अंतिम बाउट से हुआ, जिसे शानदार तरीके से रेनोज के लालडिन माविया ने जीता और रेनोज को 4-3 से जीत दिला दी। सेना के इस मुक्केबाज ने 57 किलोवर्ग में बेंगलुरु के आशीष इंसाह को पराजित कर निर्णायक मुकाबला जीता। दोनों ही टीमों में कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें हर मुक्केबाज अपनी टीम की जीत के लिए जी जान लगा रहा था। सबसे रोमांचक मुकाबला एनई रेनोज की कप्तान निखत जरीन और पिंकी रानी के बीच हुआ। पिंकी काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, सो उन्होंने जरीन को जोरदार टक्कर दी। एक बार तो लगा कि निखत हार जाएंगी लेकिन ये युवा खिलाड़ी काफी तैयारी के साथ रिंग में उतरी थीं। अपनी उसी तैयारी का लाभ उन्होंने पिंकी के खिलाफ उठाया और अपनी टीम की जीत में योगदान दिया।
निखत ने टॉस जीत वर्ल्ड यूथ 57 किलोग्राम भारवर्ग के मैच को ब्लॉक कर दिया। मैच का पहला मुकाबला पुरुष वर्ग में 91 किलोग्राम भारवर्ग का था। यहां बेंगलुरु के रेयाल पुरी ने राइनोज के इरागाशेव तेमूर को मात दी। रेयाल का क्रॉस पंच तेमूर की नाक पर लगा, जिसके कारण उन्हें चोट लगी और खून निकलने लगा। खून कुछ देर बाद भी जारी रहा जिसके कारण रेफरी ने मैच को रोक दिया और रेयाल तकनीकी नॉक आउट के दम जीतने में सफल रहे।
अगला मुकाबला 69 किलोग्राम भारवर्ग में मनदीप जांगड़ा और दिनेश डागर का था। चोट के कारण लंबे समय बाद बापसी कर रहे मनदीप ने दिनेश को 4-1 से मात दे राइनोज को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता मनदीप पूरी तरह से दिनेश पर हावी दिखे और इस अनुभवी मुक्केबाज ने आसानी से विजयी वापसी की।
महिला वर्ग में बेंगलुरु की सिमरनजीत का सामना राइनोज की जॉनी से था। 64 किलोग्राम भारवर्ग के इस मैच में विश्व चैम्पियनशिप-2018 की कांस्य पदक विजेता सिमरनजीत ने अपने खेल के मुताबिक प्रदर्शन करते हुए जॉनी को 5-0 से हरा दिया। सिमरनजीत की इस जीत ने एक बार फिर बेंगलुरू को एक अंक की बढ़त दिला 2-1 से आगे कर दिया।
सिमरनजीत के बाद बेंगलुरू की बागडोर को अनुभवी गौरव बिधुड़ी ने थामा। पुरुषों के 57 किलोग्राम भारवर्ग में गौरव का सामना राइनोज के मोहम्मद इताश से था। गौरव ने यह मैच 4-1 से जीत बेंगलुरू को दो अंक की बढ़त दिला दी। चार मैचों के बाद बेंगलुरू 3-1 से आगे थी। राइनोज की इस जीत की कहानी कप्तान और एशियाई चैम्पियनशिप-2019 की कांस्य पदक विजेता निखत जरीन ने लिखनी शुरू की और आखिरी मुकाबले में लालदिन माविया ने इस जीत पर मुहर लगा दी। निखत महिलाओं के 51 किलोग्राम भारवर्ग में जब रिंग में उतरी थीं तब बेंगलुरू 3-1 से आगे थी। यहां निखत का सामना बेंगलुरु की पिंकी रानी से था और निखत ने 3-2 से मैच जीत राइजनोज के खाते में दूसरा अंक डाला और उसकी वापसी की राह तय की।
इसके बाद दक्ष ने चोटिल होने के बाद भी दमदार खेल दिखाया और पुरुषों के 75 किलोग्राम भारवर्ग मुकाबले में बेंगलुरू के नितिन को 5-0 से हरा दिया। दक्ष की इस जीत ने स्कोर 3-3 से बराबर कर मैच को रोमांचक बना दिया। मैच का आखिरी मुकाबला राइनोज के लालदिन माविया और बेंगलुरू के आशीष इंसा के बीच था, जिसे माविया ने 3-2 से जीत राइनोज को 4-3 से जीत दिला दी।