संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में कहा है कि कश्मीर एक
द्विपक्षीय मुद्दा है। जिसमें तीसरा पक्ष कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता। उन्होंने 1972 में हुए शिमला समझौते को याद किया जिसमें कश्मीर में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया गया है। उन्होंने इस पर पाकिस्तान से अधिकतम संयम बरतने की अपील की है। शिमला समझौते में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर की अंतिम स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुसार शांतिपूर्ण तरीकों से निर्णय लिया जाएगा।