नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद जम्मू-कश्मीर के दौरे पर थे। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद तीन बार कोशिश की कश्मीर जाने के लिए लेकिन प्रशासन ने उन्हें एयरपोर्ट से ही बैंरग लौटा दिया था। इसके बाद उन्होंन अदालत में याचिका दायर कर जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत मांगी थी। बुधवार को कश्मीर का दौरा करने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा कि प्रशासन का इतना आतंक मैंने दुनिया में कहीं नहीं देखा है। लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद ने जम्मू में कहा कि कश्मीरियों में जितनी निराशा और संकट है, जम्मू में भी वही ही स्थिति है। सत्ता पक्ष के 100-200 लोगों को छोड़कर कोई भी खुश नहीं है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय में गुलाम नवी आजाद ने अपने गृहराज्य जम्मू-कश्मीर जाने की याचिका दाखिल कर अनुमति मांगी थी। अदालत की ओर से उन्हें निर्देश दिए थे कि वहां के प्रशासन से अनुमति लेकर उन क्षेत्रों में वह जा सकते हैं। बाद में आजाद ने बयान दिया था कि वह जम्मू-कश्मीर के केवल 10 प्रतिशत हिस्से में ही जा सके।
बता दें कि माकपा के नेता सीताराम येचुरी ने अपनी पार्टी के बीमार सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी का हालचाल जानने के लिए शीर्ष अदालत का रुख किया था और उन्हें कुछ शर्तों के साथ यात्रा करने की अनुमति दे दी गई थी। उच्चतम न्यायालय ने जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किये जाने के बाद नजरबंद राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा को अपनी मां से मुलाकात करने की भी अनुमति दे दी थी।