नई दिल्ली। नार्थ ईस्ट यानी भारत के पूर्वोत्तर राज्य नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद से सुलग रहे हैं। असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में इस बिल के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह आगजनी की और उग्र प्रदर्शन किया। कई स्थानों पर तोड़फोड़ की घटनाएं हुर्इं। विरोध की इन घटनाओं पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया और लिखा कि मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन बिल के पारित होने के बाद उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति को नहीं छीन सकता है। यह फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और मैं असमिया लोगों के राजनीतिक, भाषाई, सांस्कृतिक और भूमि अधिकारों को संवैधानिक रूप से संरक्षित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद से पारित होने को भारत और इसके करुणा तथा भाईचारे के मूल्यों के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया था। उन्होंने ट्वीट किया कि विधेयक वर्षों तक पीड़ा झेलने वाले अनेक लोगों के कष्टों को दूर करेगा। पीएम मोदी ने राज्यसभा में विधेयक का समर्थन करने वाले सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।