अखिलेश बंसल, बरनाला:
अपनी कमाई बढ़ाने के लालच में ठेकेदार लोगों की जिंदगी के साथ लंबे समय से खिलवाड़ करते आ रहे हैं। जिसके बारे में संबंधित विभाग और प्रशासनिक अधिकारी जानते हुए भी बेखबर होने की बात कह पल्ला झाड़ लेते हैं। जिसकी ताजा मिसाल उस समय पर देखने को मिली जब इलाका के अंदर किसी भूचाल या धमाका नहीं होने के बावजूद जिला प्रशासनिक परिसर की तीसरी मंजिल पर स्थित जिला शिक्षा विभाग की डाउन सीलिंग फट गई और उसकी स्लेंटें नीचे आ गिरी। भले ही घटना के दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन बताने योग्य है कि घटना वाली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर तक जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय हैं। जिला पुलिस मुखी का कार्यालय भी नीचे हैं, जहां 24 घंटे पुलिस कर्मचारियों की तैनाती रहती है।
मियाद खत्म होने में लंबा समय बाकी:
बरनाला में लघु सचिवालय (जिला प्रशासनिक परिसर) की इमारत के निर्माण को ज्यादा वक्त नहीं हुआ है, जिसके चलते उसके हर तरह के निर्माण एवं फिटिंग की उम्र पूरी होने में लंबा समय बाकी है। उसके बावजूद इमारत के बाहरी दीवारों की स्लेटों का गिरना आम बात है। अब इमारत के अंदरूनी भाग भी गिरने शुरू हो गए हैं, जो कभी भी किसी बड़े घटनाक्रम को न्योता दे सकते हैं।
नीचे से ऊपर तक लोगों का जमावड़ा:
बरनाला के जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स की जिस तीसरी मंजिल पर घटना घटी है वहां जिला शिक्षा विभाग का दफ्तर है, वहां अध्यापकों, शिक्षा अधिकारियों, बच्चों के परिजनों का आना जाना लगा रहता है। उसके नीचे और ग्राउंड फ्लोर पर पुलिस विभाग के अधिकारियों के दफ्तर हैं। जहां पुलिस विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और फरियादियों का आना जाना लगा रहता है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने झाड़ा पल्ला:
जिला शिक्षा अधिकारी सरबजीत सिंह तूर का कहना है कि डाउन सीलिंग फटी है उसके बारे में उन्हें जानकारी है, परन्तु नुकसान कितना हुआ है, किसी ठेकेदार ने फिटिंग करवाई है, इसकी मियाद कितनी है, इसके नुकसान के लिए किस अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है, उसके बारे में तो डिप्टी कमिश्नर साहब ही बता सकते हैं।