Nitin Gadkari On Toll Collection: खत्म होंगे टोल, सैटेलाइट के जरिये जीपीएस रखेंगे वाहनों पर नजर, खाते से कटेगा पैसा

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Nitin Gadkari On Toll Collection
खत्म होंगे टोल, सैटेलाइट के जरिये जीपीएस रखेंगे वाहनों पर नजर, खाते से कटेगा पैसा

Aaj Samaj (आज समाज), Nitin Gadkari On Toll Collection, नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने टोल कलेक्शन सिस्टम को लेकर अहम जानकारी साझा की है। मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने बताया है कि सरकार जल्द टोल खत्म करने का प्लान बना रही है और इसकी जगह टोल कलेक्शन के लिए एक आधुनिक सिस्टम काम करेगा। यानी हाईवे का इस्तेमाल करने पर आपको पैसे चुकाने ही होंगे, अंतर केवल इतना है कि पैसे चुकाने का तरीका बदल जाएगा।

जल्द शुरू होगा सेटेलाइट बेस्ड नया टोल कलेक्शन सिस्टम

नितिन गडकरी ने बताया कि नया टोल कलेक्शन सिस्टम सेटेलाइट बेस्ड होगा और इसे जल्द शुरू किया जाएगा। हालांकि इसको लेकर अभी कोई डेडलाइन तय नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि हाईवे पर सफर करने पर पैसा बैंक अकाउंट से कट जाएगा। लोग जितना किलोमीटर सफर करेंगे उन्हें उतना ही पैसा चुकाना होगा। ज्यादा टोल टैक्स की शिकायत को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री ने कहा, अच्छे हाईवे बनने के बाद लोगों का समय के साथ-साथ र्इंधन भी बच रहा है।

मुंबई व पुणे का उदाहरण दिया

मुंबई व पुणे का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पहले मुंबई से पुणे जाने में 9 घंटे लगते थे और अब केवल दो घंटे लगते हैं। बता दें कि नितिन गडकरी ने दिसंबर की शुरुआत में कहा था कि नेशनल हाइव अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई) का देश में मार्च 2024 तक टोल कलेक्शन का नया सिस्टम शुरू करने का प्लान है और इसकी मदद से टोल प्लाजा पर लगने वाले समय को कम करना है। हाईवे का इस्तेमाल करने के लिए अभी जो टोल सिस्टम है उससे सफर करने वाले लोगों का समय बर्बाद होता है, क्योंकि टोल पर टैक्स चुकाने के लिए चालकों को रुकना पड़ता है। हर 100-150 किलोमीटर की दूरी पर टोल हैं और मौजूदा व्यवस्था के अनुसार टोल पेमेंट के बाद ही वाहन चालकों को आगे जाने दिया जाता है।

चालक को नहीं पड़ेगी हाईवे पर रुकने की जरूरत

नया सिस्टम जीपीएस टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा। इसका मतलब है कि वाहन चालक को टोल चुकाने के लिए हाईवे पर रुकना नहीं पड़ेगा। टोल टैक्स यानी टोल का पैसा कार मालिक के बैंक अकाउंट से अपने आप कट जाएगा। नितिन गडकरी ने बताया कि नए सिस्टम के लिए सभी गाड़ियों में नई नंबर प्लेट लगानी होंगी। सैटेलाइट के जरिये जीपीएस से गाड़ी की मॉनिटरिंग होगी। उन्होंने बताया कि हाईवे पर आॅटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे लगाए जाएंगे जो जीपीएस इनेबल्ड नंबर प्लेट को पढ़ लेंगे। इसके बाद टोल का पैसा सिस्टम, वाहन मालिक के बैंक अकाउंट से काट लेगा।

मौजूदा समय में पेमेंट के लिए फास्टैग सिस्टम

मौजूदा समय में टोल पेमेंट के लिए फास्टैग सिस्टम है। यह एक इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है जो आॅटोमैटिक टोल प्लाजा पर टोल टैक्स की पेमेंट करता है। इसकी मदद से टोल प्लाजा पर वेटिंग टाइम कम होकर औसतन 47 सेकेंड पर आ गया है। इससे पहले औसतन यह 714 सेकेंड पर था। फास्टैग एक इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है। इसमें रेडियो फ्रिक्वेंसी पहचान टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से यह टोल प्लाजा पर आॅटोमैटिक टोल पेमेंट कर देता है। इसे कार या अन्य व्हीकल की विंड स्क्रीन पर लगाया जाता है।

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