Nitin Gadkari Nagpur Visit, (आज समाज), मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में सेंट्रल इंडिया ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जाति-आधारित राजनीति को खारिज कर समानता के महत्व पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री कहा कि किसी व्यक्ति का मूल्य उसकी जाति, धर्म, भाषा या लिंग के बजाय उसके गुणों से निर्धारित होना चाहिए।
समानता और निष्पक्षता की आवश्यकता पर बल
गडकरी ने समानता और निष्पक्षता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि किसी व्यक्ति की पहचान उसकी जाति, संप्रदाय, धर्म, भाषा या लिंग से नहीं, बल्कि उसके गुणों से होती है। इसलिए हम जाति, संप्रदाय, धर्म, भाषा या लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जाति-आधारित पहचान
नितिन गडकरी ने कहा, राजनीति में होने के बावजूद, एक ऐसा क्षेत्र जहां जाति-आधारित पहचान अक्सर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, उन्होंने दोहराया कि वह इस तरह की प्रथाओं में शामिल नहीं होंगे, भले ही इससे उन्हें वोटों की हानि हो। केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैं राजनीति में हूं, और यहां यह सब चलता है, लेकिन मैं इससे इनकार करता हूं, भले ही इससे मुझे वोट मिलें या न मिलें।
हम हमेशा अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे
गडकरी ने याद किया कि कैसे कई लोग अपनी जाति की पहचान के आधार पर उनसे संपर्क करते थे, लेकिन वह अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे। उन्होंने दर्शकों के साथ एक किस्सा साझा करते हुए कहा, मैंने 50,000 लोगों से कहा, ‘जो करेगा जात की बात, उसके कस के मारूंगा लात’। चुनाव हारने से कोई अपनी जान नहीं गंवाता। मैं अपने सिद्धांतों पर पहले भी कायम रहा हंू और भविष्य में भी कायम रहूंगा।
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