NITI Aayog Governing Council 9th meeting, (आज समाज), नई दिल्ली: नीति आयोग की शीर्ष संस्था शासी परिषद की आज नौवीं बैठक होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। मीटिंग में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री व केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल शामिल होंगे। कई केंद्रीय मंत्री भी इसमें शिरकत करेंगे हैं। बैठक में विकसित भारत से जुड़े दृष्टिकोण पत्र पर चर्चा होगी।
बैठक का यह है मकसद
शुक्रवार को जारी किए गए आधिकारिक बयान के मुताबिक मीटिंग का उद्देश्य केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच सहभागी संचालन तथा सहयोग को बढ़ावा देना, वितरण तंत्र को मजबूत कर ग्रामीण और शहरी आबादी के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है। साथ ही विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को हासिल करने में राज्यों की भूमिका पर भी विस्तृत विचार-विमर्श होगा। पिछले साल दिसंबर में आयोजित मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की सिफारिशों पर भी गौर किया जाएगा।
इन राज्यों का बैठक में हिस्सा लेने से इनकार
कांग्रेस-शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों कर्नाटक के सिद्धरमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी ने घोषणा की है कि वे केंद्रीय बजट में अपने राज्यों के प्रति कथित पक्षपात के कारण नीति आयोग की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। केरल सीएम पिनराई विजयन के साथ-साथ ‘आप’की अगुवाई वाली पंजाब और दिल्ली सरकारों व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रमुक नेता एम के स्टालिन ने भी बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की है।
ममता बनर्जी ले सकती हैं हिस्सा
हालांकि विपक्षी गठबंधन के साथियों के विपरीत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। ममता बनर्जी ने कहा कि इन नेताओं की आवाज को एक साझा मंच पर उठाया जाना चाहिए।
तैयार किया जा रहा ‘दृष्टिकोण दस्तावेज’
भारत को अपनी आजादी के 100वें वर्ष यानी 2047 तक 30,000 अरब डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनने में सहायता करने के लिए एक ‘दृष्टिकोण दस्तावेज’ तैयार किया जा रहा है। नीति आयोग को 2023 में 10 क्षेत्रीय विषय पर दृष्टिकोणों को समेकित कर ‘विकसित भारत एट 2047’ के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण तैयार करने का काम सौंपा गया था।