FARIDABAD NEWS(AAJ SAMAAJ) संदीप पराशर : शहर में जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। मुजेसर अंडरपास और बल्लभगढ़ रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य एक माह में शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए हरियाणा स्टेट रोड एंड ब्रिज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दोनों प्रोजेक्टों के पूरा होने से एनआईटी क्षेत्र के करीब एक लाख लोगों को राहत मिलेगी। बल्लभगढ़ सोहना रोड स्थित रेलवे ओवर ब्रिज अभी दो का बना हुआ है। यह ओवरब्रिज एनआईटी के बड़े क्षेत्र को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ता है। ट्रैफिक अधिक होने के चलते इस दो लेन रेलवे ओवरब्रिज पर सुबह-शाम भारी जाम रहता है।
पीक ऑवर में हालत यह होती है कि दो मिनट की दूरी तय करने में लोगों को आधा घंटा लग जाता है। ऐसे में लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वर्ष 2016 में इसे चार लेन करने की घोषणा की थी। हालांकि घोषणा के करीब आठ वर्ष बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। इसी वर्ष जनवरी में सरकार ने जमीन खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। हरियाणा स्टेट रोड एंड ब्रिज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने निजी भू-स्वामियों से जमीन खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली है, सभी की रजिस्ट्रियां करवा ली गई। विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस योजना पर करीब 65 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार मुजेसर रेलवे फाटक पर अभी कोई ओवरब्रिज या अंडरपास नहीं है। इस फाटक से रोजाना करीब 50 हजार लोग जान जोखिम में डालकर पार करते हैं। यहां अंडरपास बनाने की योजना भी कई साल पहले बनाई गई थी। अंडरपास व ओवरब्रिज न होने के चलते मुजेसर, सेक्टर-23, 24, बाटा चौक, संजय कॉलोनी, सेक्टर-52 आदि की तरफ के लोगों को बाटा रेलवे ओवरब्रिज या सोहना रेलवे ओवरब्रिज से होकर आवाजाही करनी पड़ती है। इससे लोगों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है।
यहां अंडरपास बनाने के प्रस्ताव को करीब दो वर्ष पहले सरकार से मंजूरी मिली। लेकिन सरकार की लेट लतीफी के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। अब हरियाणा स्टेट रोड एंड ब्रिज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से निजी भू-मालिकों से जमीन खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। हालांकि यहां पेयजल, बिजली और सीवर लाइन अभी निर्माण में बाधा बनी हुई है। इन्हें हटाने को लेकर संबंधित विभागों को पत्र लिखा गया है।
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मुजेसर रेलवे फाटक पर हो चुकी हैं अनेक लोगों की मौत :
परियोजना पर 2019 में सहमति बनी थी, तब से ये फाइलों में थी। बंद रेलवे फाटक पार करते हुए काफी लोगों की मौत भी हो चुकी है। साथ ही यहां जाम लगता है। मुजेसर रेलवे फाटक के समीप आजाद नगर, इंदिरा कॉलोनी, संजय कॉलोनी सेक्टर-22, 23, 24, 25 आदि के लिए रास्ता जाता है, जिनमें छह लाख से अधिक लोग रहते हैं। मुजेसर औद्योगिक क्षेत्र में हर रोजाना 50 हजार से अधिक लोग आते-जाते हैं। इस जगह पर अंडरपास बनने से बड़े मुजेसर औद्योगिक को लाभ मिलेगा।
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राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्टिविटी होगी बेहतर :
सोहना रेलवे ओवरब्रिज व बाटा रेलवे ओवरब्रिज से ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। वहीं बल्लभगढ़ का ओवरब्रिज के चार लेन का होने से औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर-24, 25, राजीव कॉलोनी के साथ सेक्टर-23, 22, सेक्टर-25 व आसपास की 25 कॉलोनियों की राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।
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अधिकारिक पक्ष :
एक माह में होगा काम शुरू :
रेलवे लाइन के दोनों तरफ कनेक्टिविटी सुधारने के लिए परियोजनाओं पर एक माह में काम शुरू कर दिया जाएगा। दोनों प्रोजेक्टों के लिए निजी भू-मालिकों से जमीन खरीद की प्रक्रिया पूरी हो गई है। टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दोनों योजनाओं को सिरे चढ़ाया जाएगा।
– राहुल सिंह, डीजीएम, हरियाणा स्टेट रोड एंड ब्रिज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन
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