Nirbhaya’s killer gets emotional seeing his mother and wife: निर्भया का हत्यारा अपनी मां और पत्नी को देख हुआ भावुक

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नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप मामले के चार आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी हो चुका है। जिसके अनुसार उन्हें एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी दी जानी है। हालांकि दोषी अभी भी फांसी को टालने के लिए तमाम कानूनी दांवपेंच चल रहे हैं। इन आरोपियों में से तीन दोषियों मुकेश, पवन और विनय से मिलने उनके परिवार वाले तिहाड़ आते रहे हैं जबकि अक्षय के परिवार वाले काफी इंतजार के बाद दोषी अक्षय से मिलने पहुंचे। उसे जेल नंबर तीन में रखा गया है। फांसी की तारीख तय होने से पहले ही नवंबर माह में अक्षय की पत्नी उससे मिलने के लिए जेल आई थी। उसके बाद से अक्षय की परिवार वालों से लगातार फोन पर बात हो रही थी। दोषी अक्षय अक्षय का परिवार बिहार में रहता है। अपनी मां, पत्नी और भतीजे को देखकर अक्षय फूट-फूट कर रोने लगा। अक्षय बेटे के हालत को देखकर मां भी खुद को रोक नहीं सकी। वहीं पत्नी ने रूंधे गले से दोनों को ढांढस बंधाने की कोशिश की। जेल अधीक्षक कार्यालय में चली करीब आधे घंटे की मुलाकात के दौरान पत्नी और मां ने चल रही कानूनी प्रक्रिया के बारे में उससे पूछताछ की। बता दें कि भले ही इन दोषियों की फांसी की तारीख 1 फरवरी तय की गई है लेकिन दोषियों के पास अभी पांच कानूनी विकल्प मौजूद हैं। इन हालातों में 1 फरवरी को भी दोषियों को फांसी देना शायद संभव न हो पाए। दोषियों के वकील एपी सिंह ने मुताबिक दोषी पवन और अक्षय के पास अभी सुधारात्मक याचिका और दया याचिका का विकल्प है जबकि विनय के पास दया याचिका का विकल्प बचा है। एपी सिंह का कहना है कि पवन, मुकेश, अक्षय और विनय को लूट के एक मामले में निचली अदालत ने दस साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ अपील हाईकोर्ट में लंबित है। जब तक इस पर फैसला नहीं हो जाता, दोषियों को फांसी नहीं दी जा सकती है। अब देखना होगा कि किस प्रकार से सात सालों से इंसाफ की लड़ाई लड़ रही निर्भया की मां आशा देवी को कब तक दोषियों को सजा दिलाने में कामयाबी मिलती है।