नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप और हत्या मामला सात सालों से कोर्ट में चल रहा है। इस मामले के चार दोषियों को सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। लेकिन अभी भी मामला कानूनी दांव पेंच में फंसा है और दोषियो को सजा नहीं दी जा सकी है। आज सुप्रीम कोर्ट में निर्भया गैंगरेप मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान जस्टिस आर भानुमति बेहोश हो गईं। इसके फौरन बाद उन्हें चैम्बर में ले जाया गया। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि जस्टिस भानुमति को काफी तेज बुखार था और उन्हें अभी भी तेज बुखार है। चैम्बर में डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट की ओर से दोषी विनय शर्मा की याचिका खारिज हो चुकी है। विनय ने राष्ट्रपति द्वारा उसकी दया याचिका की अस्वीकृत करने को चुनौती दी थी। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और ए. एस. बोपन्ना के साथ न्यायमूर्ति आर. भानुमति की अध्यक्षता वाली पीठ ने फैसला सुनाया है। अब विनय के सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं।