Aaj Samaj (आज समाज), NIA Action on PFI, नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लगातार प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) पर शिकंजा कसे हुए है। देशभर में इस संगठन के 17 ठिकानों पर कल यानी 24 अप्रैल से छापेमारी जारी है। गौरतलब है कि टेरर फंडिंग मामले में एनआईए पहले भी पीएफआई के खिलाफ छापे की कार्रवाई करके इसके कई सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। देश में संगठन को बैन कर दिया गया है।
- आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकी संगठन से संबंध
- आतंकी फंडिंग व हिंसक गतिविधियों में भी संलिप्त
पंजाब के लुधियाना मेें दबिश
एनआईए के अधिकारी बिहार, यूपी, पंजाब, गोवा और मध्य प्रदेश में तलाशी ले रहे हैं। एनआईए बिहार में 12, यूपी में दो और पंजाब के लुधियाना और गोवा में एक-एक जगह पर तलाशी ले रही है। बिहार के दरभंगा जिले के उर्दू बाजार स्थित डेंटिस्ट डॉक्टर सारिक रजा के ठिकाने पर एनआईए ने छापा मारा है। पीएफआई के साथ संबंध के सिलसिले में सिंघवाड़ा पुलिस थाना के शंकरपुर गांव निवासी महबूब के घर पर भी छापेमारी हुई है।
केंद्र सरकार 5 वर्षों के लिए कर चुकी है प्रतिबंधित
केंद्र सरकार ने बीते साल सितंबर में अधिसूचना जारी कर पीएफआई पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इस संगठन पर आईएस जैसे वैश्विक आतंकी संगठन से संबंध रखने, आतंकी फंडिंग व हिंसक गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप हैं।
यूएपीए के तहत लगाया प्रतिबंध
गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) से संबंधित ट्रिब्यूनल भी पीएफआई को लेकर प्रतिबंध पर अपनी मुहर लगा चुका है। संगठन पर यूएपीए एक्ट के तहत बैन लगाया गया है। ट्रिब्यूनल का नेतृत्व कर रहे दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस दिनेश कुमार शर्मा ने पीएफआई पर केंद्र के प्रतिबंध को सही ठहराया है।
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