प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियों पर 230 करोड़ का जुर्माना पेंडिंग
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियों पर जुर्माना पेंडिंग होने के चलते एनजीटी ने हरियाणा सरकार और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तलब किया है। इन इकाइयों पर 230 करोड़ का जुर्माना पेंडिंग है। पेंडिंग जुर्माना भरने की मांग को लेकर पर्यावरण प्रेमी वरूण गुलाटी ने एनजीटी में याचिका दायर की है। सरकार व हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एनजीटी से जवाब दाखिल करने के लिए एक माह का समय मांगा है।
एनजीटी ने समय देते हुए अगली सुनवाई 13 फरवरी 2025 की होनी सुनिश्चित की है। वरूण गुलाटी ने बताया कि हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अलग-अलग समय में प्रदेश की उन इंडस्ट्रियों पर छापा गया था, जहां से प्रदूषण फैलाया जा रहा था। यहां नियमों की पूरी तरह अवहेलना मिलने पर भारी भरकम जुर्माना लगाया गया था। लेकिन बोर्ड सिर्फ जुर्माना लगाने तक सीमित रहा। जुर्माने की वसूली नहीं की गई। एनजीटी ने इस पर तत्काल एक्शन लेते हुए बोर्ड के अलावा हरियाणा सरकार से भी जबाब तलब किया है।
प्रदूषण फैलाने में सबसे ज्यादा गुरुग्राम की इंडस्ट्रिया
प्रदेशभर की इकाइयों पर करीब 230 करोड़ का जुमार्ना पेंडिंग है। जो लंबे समय से उनसे वसूल नहीं किया गया। यहां तक कि विभाग द्वारा वसूलने के लिए कोई कड़ा कदम भी नहीं उठाया गया। इसकी सरकार के स्तर पर भी कोई सुध नहीं ली गई। प्रदूषण फैलाने में सबसे ज्यादा गुरुग्राम की इंडस्ट्रियां है।
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