Aaj Samaj (आज समाज), NGT On AQI Serious Situation, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की स्थिति में कोई सुधार न होने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार के अलावा ट्रिब्यूनल ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से एक्यूआई पर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही इन राज्यों से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहा है।
- दिल्ली में कल के मुकाबले आज स्थिति ज्यादा खराब, मुंबई भी बेहाल
10 नवंबर को होगी अगली सुनवाई
एनजीटी की ओर से उक्त राज्यों के मुख्य सचिवों, सीएक्यूएम चेयरमैन, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के अध्यक्षों, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मेंबर सेक्रेटरी और राष्ट्रीय कार्य बल के सदस्य सचिवों से रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है। इन राज्यों से 10 नवंबर तक प्रदूषण को रोकने के लिए जो कदम उठाए गए हैँ, इस पर एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 10 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
दिल्ली के इन इलाकों में एक्यूआई 400 से ऊपर
सीपीसीबी के अनुसार बुधवार को दिल्ली के आरके पुरम में एक्यूआई 433, पंजाबी बाग में 460 और आईटीओ में 413 दर्ज किया गया है। कल के मुकाबले आज स्थिति ज्यादा खराब दर्ज की गई है। वहीं मुंबई में भी प्रदूषण के कारण हाल बेहाल है। बीकेसी में एक्यूआई 200, चेंबूर 150, अंधेरी 112, विले पार्ले 175, मलाड 170, बोरीवली 103, मुलुंड 126, वर्ली 140, कोलाबा में 157 दर्ज किया गया है।
दिल्ली : सर्दियों की छुट्टियां 18 नवंबर तक घोषित
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर और उससे होने वाले खतरे व त्योहारी सीजन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से 18 नवंबर तक के लिए सर्दियों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। हालांकि सर्दियों की छुट्टी हर साल 25 दिसंबर के बाद होती है लेकिन प्रदूषण के स्तर को देखते हुए इस बार सरकार ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है।
हम पंजाब-दिल्ली की मदद के लिए तैयार : मनोहर लाल
दूसरी तरफ दिल्ली में एक्यूआई गंभीर होने को लेकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली आमने सामने हैं। दिल्ली हरियाणा को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है और मसले पर हरियाणा सीएम मनोहर लाल व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इस बीच सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण पर काबू पाने के लिए हरियाणा ने बहुत काम किया है।
प्रदूषण एक स्टेट का नहीं, बल्कि यह पूरे रीजन का विषय
हरियाणा सीएम ने कहा, प्रदूषण एक स्टेट का नहीं, बल्कि यह पूरे रीजन का विषय है। पराली आज राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह कमर्शियल चीज बन चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि दूषित हवा की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए सभी को मिलकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा, पंजाब में कई गुना पराली जलाई गई है और दिल्ली सीएम केजरीवाल व पंजाब के सीएम भगवंत मान को यदि इस मामले में हरियाणा से कोई मदद चाहिए, तो हम करने के लिए तैयार हैं।
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